Gardening Tips: बालकनी में काला गाजर उगाने का तरीका जानिए

Gardening Tips: बालकनी में काला गाजर उगाने का तरीका जानिए

काले गाजर की खेती में थोड़ा ज्यादा वक्त लगता है. काले गाजर की खेती के लिए एक गमला लेना चाहिए. उसमें अच्छी मिट्टी भर लें और उसमें गाजर के बीज बोन दें. इसके बाद पानी का छिड़काव करें. एक से दो हफ्ते में बीज अंकुरित होने लगेंगे. काले गाजर का पौधा 90 से 100 दिन में तैयार हो जाता है.

Gardening Tips (Photo/Meta AI)Gardening Tips (Photo/Meta AI)
क‍िसान तक
  • नई दिल्ली,
  • Sep 04, 2025,
  • Updated Sep 04, 2025, 3:56 PM IST

आपने मार्केट से लेकर किचन तक लाल रंग का गाजर देखा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि काले रंग का गाजर अधिक स्वादिष्ट होता है. काले रंग के गाजर को बालकनी या छत पर आसानी से उगा सकते हैं. सब कुछ जरुरी चीजों का ध्यान रखना होगा. चलिए आपको बताते हैं कि बालकनी या छत पर कैसे काले गाजर को उगा सकते हैं.

क्या हो गमले का साइज?

काले रंग का गाजर गमले में उगाने के लिए 12-15 गहरा गमला लेना चाहिए. गाजर की जड़ें लंबी होती हैं. इसलिए गहराई सबसे जरूरी है. गमले की चौड़ाई 10-12 इंच हो सकता है. ऐसा गमला होना चाहिए, जिसमें छेद हो, ताकि जरूरत से ज्यादा पानी जमा ना हो.

कैसी होनी चाहिए मिट्टी?

काले रंग के गाजर के लिए मिट्टी को तैयार करना सबसे अहम है. इसके लिए दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छा है. मिट्टी का पीएच मान 6 से 7.5 होना चाहिए. इसके बाद मिट्टी में गोबर की खाद बना सकते हैं. ये ध्यान रखना है कि मिट्टी में पत्थर, गांठ या लकड़ी का टुकड़ा ना हो.

बीज बोने का तरीका-

काले रंग के गाजर को बोने के लिए पहले मिट्टी को समतल करना चाहिए. 0.5 से 1 सेमी गहराई में बीज बोना चाहिए. बीज बोने के बाद हल्की मिट्टी से ढक दें. बीज पर ज्यादा मिट्टी ना डालें, इससे बीज उगने में दिक्कत होगी. बीज बोने के बाद हल्का पानी डालें. इस बार का ध्यान रखना होगा कि मिट्टी ज्यादा गीली नी हो. मिट्टी को रोजाना गीला करें, जब तक की अंकुर ना निकलें.

5-6 घंटे धूप की जरूरत-

काले गाजर के पौधे को 5 से 6 घंटे की धूप की जरूरत होती है. इसलिए बालकनी में ऐसी जगह गमला रखना चाहिए, जहां रोजाना इतनी धूप जरूर मिले. हर 7 से 10 दिन में जैविक लिक्विड खाद डालें.

कब अंकुरित होता है बीज?

काले गाजर के बीज 7 से 14 दिन में अंकुरित हो जाते हैं. जब पौधे 3-4 इंच के हो जाएं तो कमजोर पौधों को उखाड़ देना चाहिए. 90 से 100 दिन के बाद गाजर की फसल तैयार हो जाती है. पत्ते जब पुराने होने लगे तो गाजर को उखाड़ लेना चाहिए.

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