हल्दी का उपयोग खाना बनाने से लेकर सभी शुभ अवसरों पर किया जाता है. मसाले में हो रही मिलावट से हल्दी भी अब नहीं बच सकी है. हल्दी में लेड क्रोमेट, मेटालिन येलो नाम के कैमिकल मिलाए जाते हैं जिसके चलते इसका रंग चमकीला हो जाता है. इस तरह की मिलावट वाली हल्दी का हमारे शरीर पर भी बड़ा दुष्प्रभाव होता है. खाद्य एवं औषधि विभाग के विशेषज्ञों का मानना है की मिलावट से न केवल शुद्धता प्रभावित होती है बल्कि इनके सेवन से शरीर को कई तरह के जोखिम भी हो सकते हैं. हल्दी में होने वाली सिंथेटिक कलर, स्टार्च और पीले साबुन की मिलावट से पेट संबंधी समस्याओं सामना करना पड़ता है यहां तक की कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी हो सकती है. आईए जानते हैं घर बैठे कैसे हल्दी में मिलावट की पहचान की जा सकती है.
खाद एवं औषधि विभाग के सहायक आयुक्त डॉ शैलेंद्र प्रताप सिंह ने किसान तक को बताया की इन दिनों सभी मसाले में मिलावट होने लगी है जो आए दिन सैंपल के परिणाम में सामने आते हैं. हल्दी में ज्यादातर लेड क्रोमेट और मेटालिन येलो नाम के केमिकल की मिलावट होती है. यह केमिकल काफी ज्यादा नुकसानदायक होते हैं. मिलावट की वजह से हल्दी की न केवल गुणवत्ता प्रभावित होती है बल्कि इससे स्वाद पर भी असर पड़ता है. हल्दी की मिलावट को बहुत ही आसानी से घर बैठे पहचाना जा सकता है.
खाद्य एवं औषधि विभाग के सहायक आयुक्त शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की सबसे पहले एक चुटकी हल्दी को हथेली पर लेकर दूसरे हाथ के अंगूठे से इसे रगड़े. अगर हल्दी का दाग हथेली पर पड़ने लगे तो समझे यह शुद्ध है. हल्दी अगर हथेली पर कोई रंग ना छोड़े तो यह मिलावट की पहचान होती है.
शुद्ध हल्दी की पहचान करने के लिए एक चम्मच हल्दी को शीशे की गिलास में डालें और उसमें HCL( टॉयलेट क्लीनर) को मिला दें. इसी के साथ पानी भी मिला दे और इसे हिलाते रहे. अगर हल्दी का कलर हल्का पिंक या गाढ़े कलर का दिखने लगे तो यह मिलावट की पहचान है जबकि अगर यह पिला दिखे तो यह शुद्ध हल्दी है.
ये भी पढ़ें :Wheat Variety: गेहूं की शरबती किस्म का है बोलबाला, खासियत जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
हल्दी की पहचान करने का सबसे आसान तरीका पानी है. एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी को मिले और कुछ समय तक छोड़ दें. अगर हल्दी का पाउडर बर्तन के नीचे बैठ जाए तो समझने की यह असली हल्दी है, जबकि अगर यह पानी में घुलने लगे तो यह मिलावट की पहचान है.
हल्दी का सेवन शरीर को कई प्रकार के फायदे पहुँचाता है. हल्दी में पाए जाने वाले कर करक्युमिन एक ऐसा तत्व है जो हृदय स्वास्थ्य के में सुधार करने के साथ-साथ हमारे शरीर को संक्रमण से बचाता है. यहां तक की अल्जाइमर और कैंसर की जोखिम को भी काम करने का प्रयास करता है. हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट का गुण पाया जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ता है.