Wheatgrass Farming: घर पर उगाएं ये हेल्‍दी और कम खर्चीला सुपरफूड, जानें खास तरीका 

Wheatgrass Farming: घर पर उगाएं ये हेल्‍दी और कम खर्चीला सुपरफूड, जानें खास तरीका 

पाचन तंत्र को दुरुस्त करना भी व्हीटग्रास की खासियत है. यह कब्ज और गैस जैसी समस्याओं को दूर करता है. साथ ही, व्हीटग्रास का जूस ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने और वजन घटाने में मददगार माना जाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को झुर्रियों से बचाते हैं और बालों को भी मजबूत बनाते हैं. कुल मिलाकर, व्हीटग्रास की खेती आसान और कम खर्चीली तो है ही साथ ही आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी बेहद फायदेमंद है.

wheatgrass farming tips wheatgrass farming tips
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Sep 07, 2025,
  • Updated Sep 07, 2025, 10:06 AM IST

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग हेल्दी और नेचुरल विकल्पों की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं. खासकर ऐसे सुपरफूड्स की मांग बढ़ गई है जिनमें पोषण ज्‍यादा हो और उसके नुकसान कम हों. इन्हीं में से एक है व्हीटग्रास (Wheatgrass). आप इसे गेहूं के पौधे का अंकुर या स्‍प्राउटेड व्‍हीट भी कैसे सकते हैं. यह हरे रंग की एक छोटी घास के रूप में उगता है. पोषण से भरपूर यह हरी घास शरीर को ऊर्जा देने और कई बीमारियों से बचाने में मदद करती है. व्‍हीटग्रास की खेती के लिए आप नेशनल सीड्स कॉरपोरेशन (NSC) से सिर्फ 15 रुपये की कीमत पर ऑनलाइन बीज मंगा सकते हैं जोकि हाई क्‍वालिटी वाले होते हैं. 

उगाना है बेहद आसान 

व्हीटग्रास को उगााना बेहद आसान है.  इसे कोई भी व्यक्ति अपने घर पर उगा सकता है. इसके लिए सबसे पहले साफ और स्वस्थ गेहूं के दाने चुने जाते हैं. इन बीजों को 8 से 10 घंटे तक पानी में भिगोकर रखा जाता है और उसके बाद गीले कपड़े में एक दिन के लिए रख दिया जाता है ताकि उनमें अंकुर फूट सके. इसके बाद किसी गमले या ट्रे में उपजाऊ मिट्टी और गोबर की खाद डालकर उसे समतल कर लिया जाता है. फिर अंकुरित बीजों को मिट्टी की सतह पर फैलाकर ऊपर से हल्की मिट्टी डाल दी जाती है. ध्यान रहे कि बीज बहुत गहराई में न दबें, वरना अंकुरण धीमा हो सकता है. 

जूस बनाएं या पाउडर 

सिंचाई के लिए पानी का हल्का छिड़काव रोजाना करना जरूरी है, जिससे मिट्टी में नमी बनी रहे. करीब 7 से 10 दिनों में यह हरी घास 6 से 7 इंच लंबी हो जाती है और काटने लायक तैयार हो जाती है. इसे कैंची से काटकर ताजा जूस बनाया जा सकता है या सुखाकर पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. अच्छी बात यह है कि एक बार बोने के बाद गेंहू की घास को दो-तीन बार तक काटा जा सकता है. 

इसके हैं कई फायदे 

व्‍हीटग्रास के हेल्‍थ बेनफिट्स भी काफी ज्‍यादा हैं और एक्‍सपर्ट्स इसे नैचुरल डिटॉक्सिफायर तक कहते हैा. इसमें विटामिन A, C, E, K और B-कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. इसके अलावा इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, अमीनो एसिड और कई तरह के एंजाइम पाए जाते हैं, जो शरीर को मजबूत और स्वस्थ रखते हैं. व्हीटग्रास का सेवन करने से सबसे बड़ा फायदा इम्यूनिटी बढ़ाने में मिलता है. यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है जिससे आप मौसम में होने वाले इनफेक्‍शन से बचे रहते हैं. इसके अलावा यह खून को साफ करने और लीवर को स्वस्थ बनाए रखने में भी कारगर है. वहीं इसमें मौजूद क्लोरोफिल खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है और एनीमिया के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होता है. 

इम्‍युनिटी को बनाता है स्‍ट्रॉन्‍ग 

पाचन तंत्र को दुरुस्त करना भी व्हीटग्रास की खासियत है. यह कब्ज और गैस जैसी समस्याओं को दूर करता है. साथ ही, व्हीटग्रास का जूस ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने और वजन घटाने में मददगार माना जाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को झुर्रियों से बचाते हैं और बालों को भी मजबूत बनाते हैं. कुल मिलाकर, व्हीटग्रास की खेती आसान और कम खर्चीली तो है ही साथ ही आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी बेहद फायदेमंद है. आप इसे आसानी से घर की छत, बालकनी या छोटे गमलों में भी उगा सकते हैं. अगर आप रेगुलरली इसका सेवन करते हैं तो न सिर्फ शरीर को जरूरी पोषण मिलता है, बल्कि कई तरह की बीमारियों से भी बचाव होता है. यही कारण है कि इसे आजकल हर उम्र के लोग अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं. 

यह भी पढ़ें- 

 

MORE NEWS

Read more!