ब्राजील में सिंचाई की व्यवस्था देख कृषि मंत्री रह गए हैरान, भारत में भी लाने की कही बात

ब्राजील में सिंचाई की व्यवस्था देख कृषि मंत्री रह गए हैरान, भारत में भी लाने की कही बात

ब्राजील के किसान ड्रिप इरिगेशन (बूंद-बूंद सिंचाई) और ऑटोमेटिक वॉटर सेंसर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस व्यवस्था में पानी सिर्फ पौधों की जड़ों तक पहुंचता है, जिससे पानी की बर्बादी नहीं होती और फसल को पूरी नमी मिलती है.

How to irrigate tomato cultivationHow to irrigate tomato cultivation
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Apr 17, 2025,
  • Updated Apr 17, 2025, 5:24 PM IST

ब्राजील यात्रा के दौरान भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टमाटर के खेतों में इस्तेमाल हो रही आधुनिक सिंचाई यंत्र को देखा. यह तकनीक इतनी प्रभावशाली और आधुनिक थी कि शिवराज सिंह चौहान देख  खुद भी हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि इस तरह की स्मार्ट सिंचाई तकनीक अगर भारत में लाई जाए, तो इससे किसानों को बहुत फायदा हो सकता है.

आपको बता दें कि भारत में टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. भारत में टमाटर की खेती दो बार की जाती है, पहली बार जुलाई-अगस्त से शुरू होकर फरवरी-मार्च तक और दूसरी बार नवंबर-दिसंबर से शुरू होकर जून-जुलाई तक. टमाटर की खेती कई राज्यों में की जाती है, लेकिन प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और उत्तर प्रदेश हैं. इन राज्यों की देश के कुल उत्पादन में 90% से अधिक की हिस्सेदारी है. ऐसे में टमाटर की खेती का रकबा बढ़ाने और किसानों को आधुनिक तकनीक मुहैया कराने के लिए कृषि मंत्री ने कृषि क्षेत्र में ब्राजील के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई.

क्या है ब्राजील की सिंचाई व्यवस्था?

ब्राजील के किसान ड्रिप इरिगेशन (बूंद-बूंद सिंचाई) और ऑटोमेटिक वॉटर सेंसर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस व्यवस्था में पानी सिर्फ पौधों की जड़ों तक पहुंचता है, जिससे पानी की बर्बादी नहीं होती और फसल को पूरी नमी मिलती है. साथ ही, इस तकनीक से उत्पादन भी बढ़ रहा है और लागत कम हो रही है. सबसे खास बात यह है कि इसे कहीं से भी कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं इसमें सेंसर भी लगा है जो खुद पौधों में पानी की कमी को देखते हुए फसलों की सिंचाई करता है. 

ये भी पढ़ें: गर्मियों में रहें सावधान! तरबूज टेस्ट से पहले करें ‘कलर Test’ वरना मिठास की जगह मिलावट का खतरा...

कृषि मंत्री का बयान

कृषि मंत्री ने कहा,"ब्राजील में जो सिंचाई तकनीक देखी, वह भारत के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है. हम प्रयास करेंगे कि ऐसी तकनीक भारत में भी लाई जाए ताकि पानी की बचत हो और फसल की गुणवत्ता भी बेहतर हो."

ये भी पढ़ें: बंपर पैदावार के लिए ऐसे तैयार करें प्याज का बीज, कम समय में तगड़ी मिलेगी कमाई

भारत में क्यों जरूरी है यह तकनीक?

भारत में आज भी कई जगहों पर परंपरागत सिंचाई का इस्तेमाल होता है जिसमें पानी की काफी बर्बादी होती है. साथ ही, जल स्तर भी तेजी से गिरता जा रहा है. अगर भारत के किसान ब्राजील जैसी स्मार्ट सिंचाई प्रणाली अपनाएं, तो इससे

  • पानी की बचत होगी  
  • फसल का उत्पादन बढ़ेगा  
  • कम लागत में ज्यादा मुनाफा मिलेगा  
  • जलवायु परिवर्तन से निपटना आसान होगा

सरकार की आगे की योजना

सरकार अब इस तरह की तकनीकों को भारत में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू करने की योजना बना रही है. इसके लिए किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी और जरूरी मशीनों पर सब्सिडी भी दी जा सकती है.

MORE NEWS

Read more!