बिहार के नालंदा जिले में किसानों का कई महीने का इंतजार खत्म हो गया है. यहां कृषि यंत्रीकरण योजना आखिरकार शुरू हो गई है, जिससे जिले के किसानों में उम्मीद की नई किरण जगी है. हालांकि, कई किसानों ने योजना में हुई देरी को लेकर असंतोष भी जताया है. योजना के तहत करीब 4.3 करोड़ रुपये की लागत से 91 प्रकार के आधुनिक कृषि उपकरणों पर भारी सब्सिडी दी जा रही है.
इस योजना में सामान्य वर्ग के किसानों को खेती के औजारों पर 40–50 प्रतिशत और SC/ST किसानों को 60–80 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी. किसान सब्सिडी स्कीम का लाभ उठा कर सस्ते में कृषि उपकरण खरीद सकते हैं जिससे खेती का काम आसान और सुविधाजनक बनेगा.
फसल प्रबंधन के लिए
छोटे उपकरण
मैनुअल किट्स, मिनी राइस मिल, स्ट्रॉ फीडर, थ्रेशर, चाप कटर, सिंचाई पाइप, कल्टीवेटर आदि
उप निदेशक, कृषि यांत्रिक अभियंत्रण, अभिमन्यु कुमार ने बताया कि अब किसान को पहले पूरा भुगतान डीलर को करना होगा, उसके बाद सब्सिडी सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी. यह व्यवस्था छोटे और सीमांत किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि एकमुश्त बड़ी राशि जुटाना कठिन है.
स्कीम के बारे में नालंदा के जिला कृषि पदाधिकारी नितेश कुमार ने बताया कि योजना का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है और पोर्टल लाइव है. इच्छुक किसान जल्द से जल्द आवेदन करें ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सके.