चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. देश में सात चरणों में इस बार आम चुनाव कराए जाएंगे. चुनाव आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि पहला चरण जहां 19 अप्रैल से शुरू होगा तो एक जून को अंतिम चरण के साथ चुनाव खत्म हो जाएंगे. लोकसभा चुनाव जम्मू कश्मीर के लिए भी काफी अहम हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी के लिए पहला मौका होगा जब यहां की जनता वोट करेगी. वैसे इन चुनावों के साथ विधान सभा चुनाव भी होने थे. आयोग ने बताया है कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कब होगा.
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने कहा कि 114 सीटों में से 90 पर चुनाव होना है. 24 पीओके वाली एससी एसटी और माइग्रेंट्स के लिए और पीओके से आए लोगों के लिए एक सीट रिजर्व है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कई चीजें अभी लाइन में आनी हैं, इसलिए हम रुके हुए हैं. सभी ने हमें कहा है कि एक साथ चुनाव हो. स्थानीय प्रशासन ने इसमें कानून व्यवस्था और सुरक्षा की समस्या बताई है. हर विधानसभा क्षेत्र में दो सेक्शन फोर्स की जरूरत होगी. लोकसभा चुनाव के फौरन बाद वहां चुनाव कराएंगे.
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जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 में पारित किया गया. परिसीमन आयोग ने 2022 में रिपोर्ट तैयार की. पुनर्गठन अधिनियम और परिसीमन आयोग एकमत नहीं थे. दिसंबर 2023 के बाद वे एक ही पेज पर आ गए. लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में मतदान होगा और वोटों की गिनती चार जून को होगी. लोकसभा चुनाव में जिन पांच लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में मतदान होगा, वे हैं, बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग-राजौरी, उधमपुर और जम्मू.
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जम्मू-कश्मीर में पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी, दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को होगी, तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होगी, चौथे चरण की वोटिंग 13 मई को होगी और पांचवें चरण की वोटिंग होगी 20 मई को होगी. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर सीईसी राजीव कुमार ने कहा, 'चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है.'