UP के गन्ना किसानों ने सुनाई 2017 से पहले सरकारों की कहानी; बोले- योगीराज में ऐसे बदली किस्मत

UP के गन्ना किसानों ने सुनाई 2017 से पहले सरकारों की कहानी; बोले- योगीराज में ऐसे बदली किस्मत

Sugarcane Farmers News: शाहिद चौधरी ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का ‘सम्मान’ है. योगी सरकार ने गन्ने के दाम में 30 रुपये की बढ़ोतरी कर किसानों का सम्मान और बढ़ाया है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के उपरांत किसानों के संसाधन और सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई है. 

शामली जनपद के बुच्चाखेड़ी गांव में लगी गन्ना किसानों की चौपाल (File Photo)शामली जनपद के बुच्चाखेड़ी गांव में लगी गन्ना किसानों की चौपाल (File Photo)
क‍िसान तक
  • LUCKNOW,
  • Dec 09, 2025,
  • Updated Dec 09, 2025, 6:50 AM IST

उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है. भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (IISR) लखनऊ के अनुसार, प्रदेश में 22 लाख हेक्टेयर में हर साल 1000 लाख मीट्रिक टन से अधिक गन्ने की पैदावार होती है. वहीं, राज्य में 120 से अधिक चीनी मिलें चल रही हैं, जो हर साल लगभग ₹46,000 करोड़ का गन्ना खरीदती हैं. पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, सहारनपुर, लखीमपुर और बरेली जैसे जिलों में गन्ना खेती बड़े पैमाने पर होती है. इसी क्रम में  शामली जिले के बुच्चाखेड़ी गांव के लगभग 450 से अधिक किसानों ने कृषि चौपाल में हिस्सा लिया. 

फसलों का मिल रहा उचित दाम

इस अवसर पर किसानों ने कहा कि पहले किसान सरकार की प्राथमिकता में नहीं होते थे. किसान और उनकी फसल का कोई हाल लेने वाला नहीं था, लेकिन 2017 में सत्ता में आने के बाद ही योगी सरकार ने किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ किया. वहीं केंद्र सरकार की योजनाओं का पारदर्शिता से क्रियान्वयन कराया और किसानों के हित में राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं बनाईं. इसका लाभ मिलने से किसान खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

किसानों को उपलब्ध कराई जा रही बिजली 

किसान मास्टर गुलाब ने कहा कि योगी सरकार पिछली सरकारों की तरह भेदभाव नहीं करती. अब यूपी के सभी 75 जनपदों में समान रूप से बिजली उपलब्ध कराई जाती है. इस कारण खेती करने वाले किसानों को काफी सहूलियत मिल रही है. कभी किसान आत्महत्या करते थे, लेकिन सरकार के प्रोत्साहन के कारण खेती फायदे का सौदा हो गया है. किसान बेखौफ होकर खेती करते हैं और उनकी फसल भी अब सुरक्षित रहती है.

2017 के पहले घरों से खोल लिए जाते थे मवेशी

किसान सादिक हसन ने कहा कि 2017 के पहले घरों से मवेशी खोल लिए जाते थे. किसान खेत व मवेशियों की सुरक्षा को लेकर भी परेशान रहता था. वहीं शाम के समय महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल होता था. जबकि सरेआम सड़कों पर लूटपाट होती थी, लेकिन पश्चिम उत्तर प्रदेश हो या प्रदेश का कोई भी कोना, अब रात 12 बजे भी लोग कहीं आ जा सकते हैं. उत्तर प्रदेश में अब अपराधी डरते हैं और आम नागरिक बेफिक्र होकर देर रात भी कहीं आ जा सकते हैं. 

हर जनपद में सड़कों का बेहतरीन जाल

शाहिद चौधरी ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का ‘सम्मान’ है. योगी सरकार ने गन्ने के दाम में 30 रुपये की बढ़ोतरी कर किसानों का सम्मान और बढ़ाया है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के उपरांत किसानों के संसाधन और सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई है. हर जनपद में सड़कों का बेहतरीन जाल बिछा है. आवागमन सुगम हुआ है. किसानों की उपज को बाजार मिला है. 

गन्ना मूल्य में की 30 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि 

बता दें कि योगी सरकार ने बड़ा तोहफा देते हुए गन्ना मूल्य में 30 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि की. योगी सरकार ने पेराई सत्र 2025-26 में गन्ने की अगेती प्रजाति का मूल्य 370 से बढ़ाकर 400 रुपये और सामान्य प्रजाति का 360 रुपये से 390 रुपये प्रति क्विंटल किया. इस वृद्धि से गन्ना किसानों को 3000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान हो रहा है. 2017 से योगी आदित्यनाथ की सरकार ने चौथी बार गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी की है.

10 दिसंबर को मुजफ्फरनगर में लगेगी कृषि चौपाल 

दरअसल, 1 से 11 दिसंबर तक पश्चिम उत्तर प्रदेश के चार जनपदों में कृषि चौपाल का आयोजन हो रहा है. बागपत, हापुड़ और शामली में कृषि चौपाल लग चुकी है. अब बुधवार से मुजफ्फरनगर में किसान संवाद करेंगे। 10 दिसंबर को यहियापुर व 11 दिसंबर को दाहोद गांव में ‘कृषि चौपाल’ लगाई जाएगी.

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