उत्तर प्रदेश समेत पहाड़ी राज्यों में लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के चलते गंगा और यमुना, शारदा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से गांवों में पानी घुस गया है. शारदा नदी उफनाने से पीलीभीत जिले कई दर्जन गांवों में पानी भर गया है. जबकि, गंगा का जलस्तर बढ़ने से प्रयागराज के निचले हिस्सों में पानी पहुंच गया है और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ तैनात की गई है. इसी तरह औरैया, इटावा, बागपत समेत कई जिलों के गावों और खेतों में यमुना का पानी घुस गया है. कई हजार एकड़ में पानी में डूबी फसलों के बर्बाद होने का डर किसानों को सता रहा है.
प्रयागराज में लगातार बारिश के कारण गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर शहर के निचले इलाकों तक पहुंच गया है. यहां खेतों में पानी घुसा हुआ है, अनुमान है कि कई दिनों तक पानी निकलने वाला नहीं है. ऐसे में किसान धान और दलहन की फसलें बर्बाद होने की आशंका से डरे हुए हैं. बचाव और राहत कार्य के लिए NDRF की टीमें मौके पर मौजूद हैं.
NDRF टीम के निरीक्षक कमांडर अनिल कुमार ने बतायाि कि NDRF की टीम एक महीने से प्रयागराज में बनी हुई है, ताकि बाढ़ की स्थिति में लोगों को रेस्क्यू किया जा सके और राहत सामग्री पीड़ितों तक पहुंचाई जा सके. पिछले दो दिनों से गंगा और यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और कुछ आवासीय इलाकों तक पानी पहुंच चुका है, जिन भी मकानों में पानी घुसा है, वहां से लोगों को बाहर निकाला जाएगा और आवश्यक चीजें मुहैया करवाई जाएंगी.
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इधर, पीलीभीत में शारदा और शारदा की सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ने के कारण बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए हैं. कलीनगर तहसील और पूरनपुर तहसील के शारदा किनारे स्थित गांव जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. वहीं इलाके के पूरनपुर के चंदिया हजारा गांव में हालात बदतर हैं. इस साल बारिश के सीजन में कुछ दिनों में ही दूसरी बार यहां बाढ़ आई है. कुछ दिन पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां का दौरा किया था. स्थानीय लोगों का आरोप है कि सीएम के जाने के बाद उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है. यहां भी खेत कई फीट पानी में डूबे हुए हैं.
लगातार हो रही रुक-रुककर बारिश और नदियों में ऊफान के चलते औरैया, इटावा, जालौन और बागपत समेत कई जिलों में गांवों और खेतों में पानी घुस गया है, जिसके चलते खरीफ की कई फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. इलाकों में किसानों की मक्का फसल पर प्रभाव पड़ रहा है. खेत में कटी पड़ी मक्का फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है. भारी बारिश और बाढ़ के चलते इन सभी जिलों में धान, अरहर, उड़द और चना जैसी दलहन फसलों को नुकसान होने की आशंका है.