Wheat Variety: गेहूं की शरबती किस्म का है बोलबाला, खासियत जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

Wheat Variety: गेहूं की शरबती किस्म का है बोलबाला, खासियत जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

शरबती गेहूं (Sharbati variety) की एक क्षेत्रीय किस्म है, जो अशोकनगर और मध्य प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में उगाए जाते हैं. गेहूं की इस किस्म की मांग ना सिर्फ भारत में है बल्कि विदेशी बाजारों में भी इस किस्म की मांग काफी ज्यादा है. इसे एमपी गेहूं के नाम से भी जाना जाता है. गेहूं की इस अनूठी किस्म को इसके स्वाद और पोषण के लिए सराहा जाता है.

क्या है गेहूं की शरबती किस्म की खासियतक्या है गेहूं की शरबती किस्म की खासियत
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Oct 12, 2023,
  • Updated Oct 12, 2023, 10:09 AM IST

बढ़ती आबादी और खाद्य सुरक्षा को देखते हुए भारत में गेहूं और धान की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. ये दो भारत को प्रमुख फसलें हैं जिसकी खेती हर साल की जाती है. इन दोनों फसलों की खेती दो अलग-अलग मौसम में की जाती है. मौजूदा समय की बात करें तो इस वक़्त देश में धान की कटाई का काम चल रहा है. जिसके बाद किसान गेहूं की फसल बोने के लिए खेतों की तैयारी करेंगे. भारत में गेहूं की खेती के लिए मुख्य राज्य पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश हैं. खाद्य फसलों में गेहूँ एक प्रमुख फसल है. गेहूँ का लगभग 97 प्रतिशत क्षेत्र सिंचित है. भारत में लगभग हर क्षेत्र में गेहूं की सामान्य किस्मों की खेती की जाती है. लेकिन आज हम गेहूं की जिस किस्म के बारे में बात करने जा रहे हैं वह गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है. गेहूं की इस प्रीमियम किस्म को शरबती-306 (Sharbati variety) के नाम से जाना जाता है.

शरबती गेहूं (Sharbati variety) की एक क्षेत्रीय किस्म है, जो अशोकनगर और मध्य प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में उगाए जाते हैं. गेहूं की इस किस्म की मांग ना सिर्फ भारत में है बल्कि विदेशी बाजारों में भी इस किस्म की मांग काफी ज्यादा है. इसे एमपी गेहूं के नाम से भी जाना जाता है. गेहूं की इस अनूठी किस्म को इसके स्वाद और पोषण के लिए सराहा जाता है.

कैसे करें शरबती गेहूं की पहचान

शरबती गेहूं (Sharbati variety) देश में उपलब्ध सबसे प्रीमियम गेहूं किस्म है. सीहोर क्षेत्र में शरबती गेहूँ का उत्पादन बहुतायत में होता है. सीहोर क्षेत्र में काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है जो शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए उपयुक्त है. शरबती गेहूं को सुनहरा अनाज भी कहा जाता है, क्योंकि इसका रंग सुनहरा होता है. शरबती गेहूं (Sharbati variety) गोल और एकदम चमकदार होता है. यह चमक रासायनिक पोटाश गुणों के कारण होती है और हथेली पर भारी लगती है. इसका स्वाद मीठा होता है, इसलिए इसका नाम शरबती है. गेहूं की अन्य किस्मों की तुलना में इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज की मात्रा अधिक होती है.

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कहां की जाती है इसकी खेती?

शरबती गेहूं (Sharbati variety) सीहोर के साथ-साथ नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा क्षेत्र के जिलों में बोया जाता है. पुराने आंकड़ों के मुताबिक सीहोर जिले में 40390 हेक्टेयर क्षेत्र में शरबती गेहूं की खेती की जाती है. सीहोर जिला मुख्य रूप से शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए जाना जाता है. सीहोर का शरबती गेहूं देश के सात राज्यों तमिलनाडु, गुजरात, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से कई कंपनियां सीजन के दौरान सीहोर आती हैं और शरबती गेहूं खुद खरीदती हैं.

शरबती गेहूं की खासियत

  • शरबती गेहूं (Sharbati variety) गोल और एकदम चमकदार होता है. यह चमक रासायनिक पोटाश गुणों के कारण होती है. यह गेहूं सामान्य गेहूं से ज्यादा मीठा और स्वादिष्ट होता है.
  • सी-306 गेहूं के दाने ठोस और भारी होते हैं, जो पोटाश की उच्च मात्रा के कारण होता है. जिसके कारण हथेली में पकड़ने पर इसके दाने भारी लगते हैं.
  • सी-306 (शरबती) गेहूं में ग्लूकोज, सुक्रोज की अधिक मात्रा पाई जाती है. इसलिए बनी हुई रोटियां मुलायम और ताजी बनी रहती हैं.
  • शरबती गेहूं (Sharbati variety) पर रासायनिक दवाओं का बुरा असर होता है और उत्पादन भी बहुत कम होता है. इसी कारण इसकी खेती प्राकृतिक रूप से की जाती है.
  • इसकी खेती में किसी भी प्रकार के कीटनाशक रसायन यूरिया डीएपी का प्रयोग नहीं किया जाता है.
  • शरबती गेहूं (Sharbati variety) का दाना 99 प्रतिशत सूखा होता है क्योंकि इसकी खेती ज्यादातर असिंचित क्षेत्रों में की जाती है.
  • शरबती गेहूं का दाना दिखने में बिल्कुल गोल और सुनहरे सफेद रंग का होता है.
  • बाजार में मिलने वाला महंगा चक्की आटा ज्यादातर शरबती गेहूं से बनाया जाता है.

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