पिछले एक महीने में चावल की कीमतों में हुई 15 फीसद की बढ़ोतरी, जानें कारण  

पिछले एक महीने में चावल की कीमतों में हुई 15 फीसद की बढ़ोतरी, जानें कारण  

भारत में चावल और पाम तेल महंगा होता जा रहा है. पिछले एक महीने में चावल की कीमत में 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पाम ऑयल की कीमत आने वाले हफ्तों में 5-7 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकती है.

चावल की कीमतों में 15 फीसद की तेजी (सांकेतिक तस्वीर)चावल की कीमतों में 15 फीसद की तेजी (सांकेतिक तस्वीर)
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Jan 03, 2023,
  • Updated Jan 03, 2023, 1:50 PM IST

खरीफ सीजन में देश के अधिकांश राज्यों में इस बार धान की फसल पर मौसम की मार पड़ी थी. खरीफ सीजन में बुवाई के दौरान सूखे की मार की वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओड़ीशा में धान की रोपाई प्रभावित हुई थी. तो वहीं कटाई के समय हुई बैमौसम बारिश ने धान की फसल को नुकसान पहुंचाया था. ऐसे में उत्पादन पर असर पड़ा था. अब चावल और पाम तेल की कीमत में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. पिछले एक महीने में चावल की कीमत में 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पाम ऑयल की कीमत आने वाले हफ्तों में 5-7 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकती है. वही बासमती किस्म का जो चावल पिछले महीने बाज़ारों में 95 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा था. वो फिलहाल 110 रुपये प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड कीमत पर बिक रहा है. 

राइस मिल मालिकों द्वारा किया गया स्टॉक 

व्यापारी चावल की रिकॉर्ड कीमतों का का श्रेय विश्व बाजार में बेहतर कीमतों की उम्मीद में चावल मिल मालिकों द्वारा स्टॉक किए जाने को दे रहे हैं, क्योंकि पाकिस्तान में बाढ़ ने धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया था.

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वही चावल की मार्केटिंग और एक्सपोर्टिंग करने वाली कंपनी राइस विला ग्रुप के सीईओ सूरज अग्रवाल ने कहा है कि भारतीय बासमती चावल के सबसे बड़े बाजारों में से एक ईरान से बमुश्किल कोई ऑर्डर मिलने के बावजूद ऐसा हो रहा है. अग्रवाल ने आगे कहा, "दूसरी बात, कोविड के दौरान शुरू की गई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को 31 दिसंबर, 2022 से वापस ले लिया गया है."

चावल उत्पादन में गिरावट की संभावना 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गैर-बासमती चावल की कीमतें खरीफ चावल के उत्पादन में अपेक्षित गिरावट, सरकार द्वारा संचालित खाद्य सुरक्षा योजना को वापस लेने और नेपाल को धान के शुल्क मुक्त निर्यात के कारण बढ़ रही हैं. वही 2022-23 में देश में खरीफ चावल का उत्पादन 104.99 मिलियन अनुमानित है, जो 2021-22 के 111.76 टन से 6.77 मिलियन टन कम है.

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