महाराष्ट्र के बुलढाना जिले में बेमौसम बारिश ने तबाही मचाकर रख दी है. जिले के कई बड़े शहरों और गांवों में तूफानी हवा बारिश ने दस्तक दी है. बुधवार को भी जिले के कई शहरों प्री-मानसून से बारिश हुई जिसकी वजह से किसानों को खासा नुकसान हुआ है. कई किसानों की प्याज की फसल बर्बाद हो गई है. सोमवार की शाम करीब सात बजे तूफानी हवा और बिजली की गड़गड़ाहट के साथ बेमौसम बारिश शुरू हुई. इस बारिश ने किसानों का खासा नुकसान किया और उनकी प्याज की फसल को बर्बाद कर दिया.
खामगांव तहसील के चितोड़ा गांव के किसान किशन अश्रु हिवराले का अंबिकापुर गांव में पांच एकड़ खेत है. जहां पर उन्होंने एक टीन शेड डालकर अपना जरूरी सामान रखा हुआ था. इसी टीन शेड में वह फसल भी रखते थे. हिवराले के टीन शेड पर बिजली गिरने से उसमे आग लग गई. इसकी वजह से टिन शेड में रखा 150 क्विंटल प्याज और खेती से जुड़ा दूसरे जरूरी सामान कि साथ ट्रैक्टर भी जलकर खाक हो गया. बताया जा रहा है कि इससे किसान का 10 से 15 लाख तक का नुकसान हो गया है.
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पीड़ित किसान हिवराले ने बताया कि उन्होंने अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद में प्याज को संभालकर रखा हुआ था. आने वाले हफ्ते में वह अपनी प्याज की फसल को बेचने वाले थे और जिसके लिए व्यापारी से उनकी बात भी चल रही थी. प्याज की बाजार में कीमत 30 से 40 रुपए प्रति किलो चल रही है. पीड़ित किसान पर फसल कर्ज एक लाख रुपये है. प्याज की फसल बेचने के बाद किसान अपना कर्ज चुकाने वाले थे. तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल पर आकर मुआयना किया है. साथ ही पीड़ित किसान ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
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महाराष्ट्र में इस बार कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश ने किसानों का काफी नुकसान किया है. विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश के साथ तेज हवाएं, गरज और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ और उनकी फसलें भी चौपट हुई हैं. अप्रैल से ऐसी ही स्थिति बनी हुई है. फिलहाल राज्य में मॉनसून से पहले वाली बारिश जारी है. इससे मौसम तो अच्छा बना हुआ है लेकिन साथ ही साथ किसानों की चिंताएं भी थोड़ी बढ़ गई हैं.