PM मोदी कल नारियल और कोको की चार नई वैरायटी करेंगे लॉन्‍च, CPCRI ने की है विकस‍ित

PM मोदी कल नारियल और कोको की चार नई वैरायटी करेंगे लॉन्‍च, CPCRI ने की है विकस‍ित

रविवार 11 अगस्‍त को कासरगोड स्थित केंद्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्थान (सीपीसीआरआई) की 109 क्रॉप वैरायटीज लॉन्‍च होंगी. पीएम मोदी इन किस्‍मों को लॉन्‍च करेंगे. इन्‍हीं में शामिल दो नारियल किस्में 'कल्पा सुवर्णा' और 'कल्प शताब्‍दी' और दो कोको वैरायटी - वीटीएल सीएच-1' और 'वीटीएल सीएच-2' भी लॉन्‍च होंगी.

पीएम मोदी करेंगे नारियल और कोको वैरायटी लॉन्‍च (फाइल फोटो)पीएम मोदी करेंगे नारियल और कोको वैरायटी लॉन्‍च (फाइल फोटो)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Aug 10, 2024,
  • Updated Aug 10, 2024, 1:58 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अगस्त को कासरगोड स्थित केंद्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्थान (सीपीसीआरआई) की 109 क्रॉप वैरायटीज लॉन्‍च करेंगे. इनमें दो नारियल और दो कोको किस्में भी शामिल हैं. सीपीसीआरआई द्वारा विकसित दो नारियल किस्में 'कल्पा सुवर्णा' और 'कल्प शताब्‍दी' और दो कोको वैरायटी - वीटीएल सीएच-1' और 'वीटीएल सीएच-2' जारी की जाएंगी.

जानि‍ए नारियल वैराय‍टी की खास‍ियत

'कल्प सुवर्णा' एक बौनी, उच्च उपज देने वाली, दोहरे उद्देश्य वाली नारियल किस्‍म है जिसके हरे रंग के आयताकार फल, मीठे कोमल नारियल पानी और अच्छी गुणवत्ता वाले खोपरा होते हैं. यह जल्दी फूलने वाली किस्म (रोपण के 30-36 महीने बाद) कोमल नारियल पानी और खोपरा उत्पादन की प्रोसेस‍िंग के लिए उपयुक्त है. अच्छी देखभाल के तहत यह किस्म प्रति वर्ष प्रति ताड़ 108-130 नट पैदा करती है. सीपीसीआरआई केरल और कर्नाटक में इसकी खेती करने की सलाह देता है.

'कल्प शताब्दी' एक लंबी, दोहरे उद्देश्य वाली नारियल की किस्म है. इसके फल बड़े होते हैं. यह खोपरा और टेंडरनट उत्पादन के लिए उपयुक्त है. यह हरे-पीले रंग के फल देता है और इसमें अधिक मात्रा में (612 मिली) नारियल पानी होता है. CPCRI के अनुसार, इस किस्म में खोपरा की मात्रा अधिक होती है. अच्छी देखभाल के साथ यह किस्म प्रति वर्ष प्रति ताड़ 105-148 नट पैदा करती है. CPCRI केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में इसकी खेती करने की समझाइश देता है.

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कोको की दो वैरायटि‍यों की ये है खासियत

'VTL CH- 1' एक जल्दी फल देने वाला, स्थि‍र, उच्च उपज देने वाली कोको हाइब्रिड है, जो सुपारी और नारियल दोनों की छाया में हाई डेन्सिटी रोपण के लिए उपयुक्त है. सीपीसीआरआई के मुताबिक, यह किस्म 15-18 वर्ग मीटर के क्षेत्र में प्रति वृक्ष प्रति वर्ष 1.5-2.5 किलोग्राम सूखी फलियों की उपज प्रदान करती है. CPCRI केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में इसकी खेती की सिफारिश करता है.

वहीं, वीटीएल सीएच-2' एक जल्दी फल देने वाली, उच्च उपज देने वाली कोको हाइब्रिड है, जो ब्‍लैक पॉड रॉट डिसीज से लड़ने में सक्षम है. यह किस्म सुपारी और नारियल के बगीचों के लिए उपयुक्त है. सीपीआरआई का कहना है कि इस किस्म की सूखी फलियों की उपज 14-20 वर्ग मीटर के क्षेत्र में प्रति वर्ष प्रति पेड़ 1.5-2.5 किलोग्राम है. सीपीसीआरआई केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और गुजरात में इसकी खेती करने की सिफारिश करता है.

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