देश के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा देखा जा रहा है. वहीं, राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से आसपास के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि, यमुना के जलस्तर में मामूली कमी आई है, लेकिन अभी भी यमुना 207 मीटर के पार बह रही है, जिसके कारण दिल्ली-NCR के कई इलाकों में पानी घुसा हुआ है, तो वहीं दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में खेती की पूरी जमीन भी जलमग्न नजर आ रही है और फसलों को काफी नुकसान हुआ है.
दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में तीन चार किलोमीटर के क्षेत्र में सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा हैं. हजारों बीघे जमीन की फसल पानी में डूबने के कारण खराब हो गई है. बता दें कि मदनपुर खादर इलाके में तीन चार किलोमीटर के क्षेत्र के हजारों बीघे जमीन पर फसल उगाई जाती है, जो डूबने के कारण खराब हो गई है. हालांकि, यमुना के जलस्तर में आ रही मामूली गिरावट के बाद लोगों को आशा है कि अगले एक-दो दिनों में पानी कम हो जाएगा और खेतों से पानी उतर जाएगा.
यह तमाम इलाका यमुना के जलस्तर बढ़ने के बाद जल मग्न हो गया है. यहां के खेतों में जहां तक नजर जाएगी वहां तक पानी ही पानी है. इस जमीन की सारी फसल पानी में डूबी नजर आ रही है. यहां मौजूद सभी खेतों में पानी पहुंच गया है और खेत बिल्कुल जलमग्न हो गया है. अब इन खेतों की फसल डूब गई है वही यहां खेती करने वाले किसान जो यहां झुग्गी बनाकर रहते हैं उनकी झोपड़ियों भी डूब हुईं है. पानी आने के बाद यहां रहने वाले लोग यहां से खाली कर ऊचे स्थान पर रह रहें हैं. बाढ़ के कारण फसल डूबने से किसानों का लाखों का नुकसान हुआ है.
यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-128 असगरपुर के पुस्ता के नीचे गुलाब की खेती पूरी तरह जलमग्न हो गई है. खेतों के साथ किसानों की झोपड़ियों में भी पानी घुस गया, जिसके बाद वहां से किसानों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी की वजह से दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के पार बह रही है और लगातार पानी में इजाफा देखा जा रहा है. इसका असर दिल्ली के कालिंदी कुंज घाट पर साफ नजर आ रहा है. यहां जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद प्रशासन अलर्ट पर है. प्रशासन एहतियाती कदम उठा रहा है. इसी कड़ी में कालिंदी कुंज घाट जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए हैं. साथ ही चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है जिसमें लोगों से यमुना किनारे नहीं जाने के साथ ही मूर्ति विसर्जन नहीं करने की अपील की गई है.