असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य ने खरीफ मार्केटिंग सीजन (KMS) 2024-25 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) योजना के तहत धान खरीद में 8 लाख मीट्रिक टन (MT) का आंकड़ा पार करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. मुख्यमंत्री ने इसे कृषि समृद्धि की ओर राज्य की यात्रा में एक "ऐतिहासिक उपलब्धि" बताया है. बता दें कि इससे पहले जुलाई तक असम ने खरीफ विपणन सत्र (केएमएस) 2024-25 के दौरान लगभग 7 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करके एक नया रिकॉर्ड बनाया था.
एक्स पर एक पोस्ट में, असम के सीएम ने कहा, "मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि KMS 2024-25 के दौरान, असम ने MSP के तहत धान खरीद में एक रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल की है. पहली बार, असम ने धान खरीद में 8 लाख मीट्रिक टन का आंकड़ा पार किया है - जो हमारी समृद्धि की यात्रा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है." सीएम सरमा ने कहा कि राज्य ने पहले फसल चक्र में 6,97,802.74 मीट्रिक टन और दूसरे फसल चक्र में 5 सितंबर, 2025 तक 1,04,757.98 मीट्रिक टन धान की खरीद की. इससे कुल खरीद 8,02,560.72 मीट्रिक टन हो गई.
खरीफ मार्केटिंग सीजन (केएमएस) 2022-23 में राज्य ने 8 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की, और 2023-24 में राज्य ने 3.14 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की थी. वहीं दूसरी ओर, असम के नदी द्वीप ज़िले माजुली ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है क्योंकि उसके स्वदेशी जैविक लाल बाओ धान ने वैश्विक बाज़ार में अपनी शुरुआत की है. असम के माजुली जिले के किसानों ने मिडिल ईस्ट और यूरोपीय संघ के बाजारों में 267 मीट्रिक टन लाल चावल का निर्यात भी किया. चावल की इस अनूठी किस्म की पहली खेप औपचारिक रूप से मध्य एशिया और यूरोप के देशों को निर्यात की गई है, जिससे माजुली के कृषक समुदाय के चेहरों पर मुस्कान आ गई है.
वहीं इससे पहले, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि असम अब भारत का तीसरा सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य है, जो कुछ साल पहले तक अकल्पनीय था. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा था कि सकल राज्य घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7.94 प्रतिशत है. इसके अलावा तमिलनाडु सरकार ने भी कुरुवई (खरीफ) सीजन के लिए किसानों से 2,545 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ी हुई कीमत पर धान खरीदी शुरू कर दी है. राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री आर सक्करपानी ने कहा था कि इस राशि में धान की संबंधित किस्मों के लिए राज्य सरकार द्वारा 156 रुपये और 131 रुपये प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि शामिल है.
(सोर्स- PTI)
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