Crop Production: प्याज उत्पादन में 27 फीसदी का उछाल, आलू-टमाटर का क्या है हाल?

Crop Production: प्याज उत्पादन में 27 फीसदी का उछाल, आलू-टमाटर का क्या है हाल?

इस साल देश में बागवानी फसलों के एरिया और प्रोडक्शन में काफी बढ़ोतरी हुई है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2024-25 में फलों, सब्जियों, मसालों और औषधीय पौधों का प्रोडक्शन तेजी से बढ़ा है. यह बढ़ोतरी किसानों की कड़ी मेहनत और सरकार की किसान-हितैषी नीतियों का नतीजा है.

शिवराज सिंह ने जारी किए बागवानी आंकड़ेशिवराज सिंह ने जारी किए बागवानी आंकड़े
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Nov 25, 2025,
  • Updated Nov 25, 2025, 7:11 PM IST

देश में बागवानी फसलों का उत्पादन इस बार नए रिकॉर्ड बना रहा है. प्याज उत्पादन में 27% का बड़ा उछाल देखने को मिला है, जबकि आलू और टमाटर का उत्पादन भी लगातार बढ़ रहा है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जारी 2024-25 के तीसरे अग्रिम अनुमान बताते हैं कि किसानों की मेहनत, नई तकनीक और सरकारी योजनाओं की वजह से देश की बागवानी फसलें तेजी से बढ़ रही हैं. इस बढ़ोतरी ने न सिर्फ किसानों को नई उम्मीद दी है, बल्कि भारत को बागवानी क्षेत्र में और मजबूत बना दिया है.

बागवानी फसलों का क्षेत्रफल बढ़ा

इस साल बागों का कुल एरिया 29.086 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 29.488 मिलियन हेक्टेयर होने का अनुमान है. यह लगभग 400,000 हेक्टेयर की बढ़ोतरी है. सरकार का कहना है कि बेहतर बीज, सिंचाई की सुविधा, मॉडर्न टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग प्रोग्राम बागों के एरिया को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं.

कुल उत्पादन में बड़ी छलांग

उत्पादन के मामले में भी इस साल बहुत अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला है. पिछले वर्ष कुल उत्पादन 3547.44 लाख टन था, जो इस बार बढ़कर 3690.55 लाख टन होने की उम्मीद है. किसानों की बढ़ती जागरूकता, सुधारित खेती के तरीके और उपजाऊ फसलों का चयन कुल उत्पादन बढ़ाने में काफी मददगार साबित हुआ.

फलों के उत्पादन में भारी वृद्धि

फलों के उत्पादन में इस साल लगभग 5.12% की वृद्धि दर्ज की गई है. कुल फल उत्पादन 1187.60 लाख टन रहने का अनुमान है. केला, आम, तरबूज, कटहल, पपीता, मंदारिन और अमरूद जैसे प्रमुख फलों का उत्पादन बढ़ा है. सरकार ने बताया कि फलों की खेती में नई तकनीक, पौध गुणवत्ता और वैज्ञानिक सहायता से काफी सुधार हुआ है.

सब्जियों का उत्पादन भी बढ़ा

सब्जियों के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इस साल सब्जियों का कुल उत्पादन 2156.84 लाख टन रहने की संभावना है. खास तौर पर प्याज के उत्पादन में 26.88% की बड़ी वृद्धि हुई है. पिछले साल प्याज का उत्पादन 242.67 लाख टन था, जो इस बार बढ़कर 307.89 लाख टन होने की उम्मीद है. आलू का उत्पादन भी बढ़कर 581.08 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है.

मसाले और औषधीय पौधों का बेहतर उत्पादन

मसालों और औषधीय पौधों की खेती में भी अच्छी प्रगति हुई है. मसाला उत्पादन 124.84 लाख टन से बढ़कर 125.03 लाख टन होने का अनुमान है. लहसुन, अदरक और हल्दी जैसे मसालों का उत्पादन बढ़ा है. औषधीय और सुगंधित पौधों का उत्पादन पिछले साल 7.26 लाख टन था, जो इस बार बढ़कर 7.81 लाख टन होने की उम्मीद है. इसके साथ ही टमाटर का उत्पादन भी बढ़कर 194.68 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है.

नई तकनीकों से बढ़ रही है किसानों की आय

केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार किसानों के लिए नई तकनीकें और आधुनिक उपकरण उपलब्ध करा रही है. इससे उत्पादन में सुधार हो रहा है और किसानों की आय भी बढ़ रही है. बाजार तक आसान पहुंच, भंडारण सुविधाएँ, प्रसंस्करण इकाइयों का विस्तार और प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों की मदद कर रहे हैं कि वे अपनी फसलों का बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकें.

भारत कृषि में मजबूत कदम बढ़ा रहा है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का कृषि और बागवानी क्षेत्र लगातार आगे बढ़ रहा है. आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार निरंतर किसानों के लिए नई योजनाएं, बेहतर सहायता और आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध करा रही है. बागवानी के नए आंकड़े यह साबित करते हैं कि भारत कृषि क्षेत्र में मजबूती से विकास कर रहा है और किसानों का जीवन धीरे-धीरे बेहतर होता जा रहा है.

ये भी पढ़ें:

किसानों को लेकर आंध्र सरकार पर बरसीं कांग्रेस नेता, NDA के '5 फार्मूला' को बताया '5 बड़े धोखे'
गांव-गांव पहुंची हरित ऊर्जा, इस कंपनी ने बदली 10,000 से ज्यादा परिवारों की जिंदगी

MORE NEWS

Read more!