Monsoon Crop: भारत में जैसे ही मॉनसून की बारिश शुरू होती है, वैसे ही खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं. यह समय किसानों के लिए खेती के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होता है. खरीफ का सीजन जून से अक्टूबर तक चलता है. अगर इस दौरान किसान बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए फसल चुनें, तो उन्हें अच्छा मुनाफा मिल सकता है. आज हम आपको कुछ ऐसी खरीफ फसलों के बारे में बताएंगे, जिनकी बाजार में अच्छी मांग रहती है और जो किसानों को अच्छी आमदनी दिला सकती हैं.
धान भारत की प्रमुख खरीफ फसल है. इसकी मांग देश और विदेश दोनों जगह रहती है, खासकर बासमती चावल की. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होती है. यदि किसान हाइब्रिड बीजों और आधुनिक तकनीकों से खेती करें, तो प्रति एकड़ 20 से 25 क्विंटल तक धान का उत्पादन हो सकता है. बासमती धान की किस्में जैसे 1121, Pusa Basmati आदि की बाजार में सबसे ज्यादा मांग है. धान की खेती से किसान प्रति एकड़ 50,000 से 80,000 रुपए तक कमा सकते हैं.
मक्का एक ऐसी फसल है जो कम पानी में भी आसानी से उग जाती है. यह फसल खासकर सूखे इलाकों के लिए उपयुक्त है. मक्का की मांग पशु चारा, फूड प्रोसेसिंग और बायोफ्यूल इंडस्ट्री में लगातार बनी रहती है. बिहार, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. मक्का की खेती से किसान प्रति एकड़ 30,000 से 60,000 रुपए तक की कमाई कर सकते हैं.
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सोयाबीन एक प्रोटीन युक्त फसल है, जिसकी मांग खाद्य तेल, पशु चारा और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री में बनी रहती है. इससे सोया दूध, सोया पनीर और अन्य कई उत्पाद बनाए जाते हैं. भारत में मुख्य रूप से मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में सोयाबीन की खेती होती है. अनुकूल मौसम और बाजार के अनुसार किसान प्रति एकड़ 40,000 से 70,000 रुपए तक कमा सकते हैं.
मिर्च एक प्रमुख मसाला फसल है जिसकी मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में रहती है. हरी और सूखी मिर्च दोनों ही रूपों में यह बिकती है. आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में इसकी खेती सबसे ज्यादा होती है. अगर किसान अच्छी किस्मों का चयन करें और समय पर देखभाल करें तो मिर्च की खेती से प्रति एकड़ 60,000 से 1,20,000 रुपए तक की कमाई हो सकती है. यदि ड्राई मिर्च की यूनिट भी हो, तो मुनाफा और बढ़ जाता है.
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भिंडी एक लोकप्रिय हरी सब्जी है जिसकी शहरी क्षेत्रों में बहुत मांग है. यह फसल बहुत जल्दी तैयार हो जाती है – लगभग 45 से 50 दिनों में. कम समय में तैयार होने और अच्छी कीमत मिलने के कारण किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. यदि मंडी या खुदरा बिक्री में भिंडी बेची जाए तो प्रति एकड़ 1,00,000 रुपए तक की आमदनी हो सकती है.