हिमाचल प्रदेश सरकार ने मक्का और धान की खेती करने वाले किसानों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने हमीरपुर जिले में इन फसलों के बीमा की समयसीमा को बढ़ा दिया है. ऐसे में जो किसान अभी तक इससे चूक गए थे, उनके पास एक और मौका है कि वो फिर से इन फसलों का बीमा कराकर फायदा हासिल कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार सरकार ने बीमा की समयसीमा का दो हफ्तों के लिए बढ़ा दिया है.
सरकार की तरफ से रविवार को दी गई जानकारी के अनुसार मक्का और धान की फसलों के लिए बीमा की समय सीमा को दो सप्ताह बढ़ाकर 31 जुलाई करने का फैसला किया गया है. अधिकारियों की तरफ से बताया गया है कि हमीरपुर जिले में चालू खरीफ सत्र में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मक्का और धान की फसलों का बीमा किया जा रहा है. पहले यह अंतिम तिथि 15 जुलाई थी. कृषि विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक शशि पाल अत्री ने बताया कि इन फसलों के बीमा की अंतिम तिथि अब 31 जुलाई तक बढ़ा दी गई है.
अत्री ने बताया कि हमीरपुर जिले की सभी तहसीलों और उप-तहसीलों को मक्का की फसल के लिए अधिसूचित किया गया है जबकि तीन तहसीलों - हमीरपुर, नईदून और भोरंज को धान की फसल के बीमा के लिए अधिसूचित किया गया है. अधिसूचित तहसीलों और उप-तहसीलों में मक्का और धान की फसल उगाने वाले बटाईदारों और काश्तकारों सहित सभी किसान बीमा करवा सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसान अपने फोटो पहचान पत्र, आधार कार्ड और जमीन के कागजात के साथ बीमा कंपनी या नजदीकी लोक मित्र केंद्रों, बैंकों या ऑनलाइन अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं.
अत्री के अनुसार योजना के बारे में अगर किसी किसान को कोई सलाह या फिर परामर्श चाहिए तो फिर वह विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर सकता है. सभी किसानों (जिन्होंने किसी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान से ऋण लिया है) का वित्तीय संस्थानों की तरफ से बीमा खुद किया जाएगा. मक्का और धान की फसलों के बीमा के लिए 1,200 रुपये प्रति हेक्टेयर का प्रीमियम निर्धारित किया गया है और बीमित राशि 60,000 रुपये प्रति हेक्टेयर होगी.
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