आ रहा है गूगल का AI बेस्‍ड टूल, किसानों को मिलेगी सूखे से लेकर सिंचाई तक की जानकारी  

आ रहा है गूगल का AI बेस्‍ड टूल, किसानों को मिलेगी सूखे से लेकर सिंचाई तक की जानकारी  

सर्च इंजन गूगल ने भारतीय किसानों को खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी देने और फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए एग्रीकल्चरल लैंडस्केप अंडरस्टैंडिंग (ALU) टूल लॉन्‍च करने वाला है. बताया जा रहा है कि यह एक लिमिटेड अवेलेबिलिटी वाला टूल है जिसका मकसद खेती के तरीकों को डेटा पर आधारित करना है. गूगल का कहना है कि यह AI प्लेटफॉर्म किसानों को हर तरह की विस्‍तृत जानकारी मुहैया कराएगा. 

Agritech companies have expectations of big announcements for the agriculture sector and farmersAgritech companies have expectations of big announcements for the agriculture sector and farmers
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Jul 20, 2024,
  • Updated Jul 20, 2024, 9:07 AM IST

सर्च इंजन गूगल ने भारतीय किसानों को खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी देने और फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए एग्रीकल्चरल लैंडस्केप अंडरस्टैंडिंग (ALU) टूल लॉन्‍च करने वाला है. बताया जा रहा है कि यह एक लिमिटेड अवेलेबिलिटी वाला टूल है जिसका मकसद खेती के तरीकों को डेटा पर आधारित करना है. गूगल की तरफ से इस बारे में विस्‍तार से जानकारी दी गई है. गूगल का कहना है कि यह AI प्लेटफॉर्म किसानों को हर तरह की विस्‍तृत जानकारी मुहैया कराएगा. 

मिलेगी फसल की जानकारी 

अखबार मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार जो जानकारियां इस प्‍लेटफॉर्म पर मिलेंगी वो भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए जरूरी हैं. इस प्‍लेटफॉर्म की मदद से हाई-रिजॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी, खेतों के बीच बॉउन्‍ड्री खींचने के लिए मशीन लर्निंग, सूखे की तैयारी, सिंचाई, बाजार तक पहुंच जैसी कई जानकारियों का प्रयोग करेगा. इस टूल की मदद से किसानों को फसल के प्रकार, खेत के आकार, पानी की उपलब्धता और सड़कों और बाजारों तक पहुंच के बारे में भी विस्तार से जानकारी भी मुहैया कराएगा.  

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क्‍लाउड पर तैयार हुआ सिस्‍टम 

इस टूल को एंथ्रो एग्रीकल्‍चर टीम और भारत के डिजिटल एग्रीस्टैक के सहयोग से गूगल क्लाउड पर बनाया गया है. कृषि परिदृश्य जानकारी का उपयोग निंजाकार्ट, स्काईमेट, टीम-अप, आईआईटी बॉम्बे और भारत सरकार द्वारा पहले से ही किया जा रहा है. गूगल का कहना है कि इस टूल का मकसद पूरे देश में व्यक्तिगत कृषि क्षेत्रों को ट्रैक करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और रिमोट सेंसिंग का उपयोग करके फसल में सुधार करने के लिए पूंजी और सब्सिडी तक पहुंचने से लेकर किसानों के सामने आने वाली कई चुनौतियों का समाधान करना है. 

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भारत सरकार भी कर रही प्रयोग 

फसल में सुधार के लिए सरकार ने गूगल के अलावा एआई का भी उपयोग किया है. सरकार ने किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना और अन्य सरकारी पहलों के बारे में पूछताछ करने के लिए कई भाषाओं में एआई ऑपरेटेड चैटबॉट किसान-ई-मित्र की शुरुआत की. कीटों के कारण फसलों के नुकसान की समस्या से निपटने के लिए राष्‍ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (एनपीएसएस) शुरू की गई थी.

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फसल से जुड़ी समस्याओं की पहचान करने के लिए सिस्टम एआई और मशीन लर्निंग का प्रयोग करता है. पीआईबी की एक रिपोर्ट के मुताबिक  सरकार चावल और गेहूं के लिए फील्ड तस्वीरों और फसल हेल्‍थ इवैल्‍युएशन रिपोर्ट का प्रयोग करके एआई एनालिटिक्स का उपयोग करती है. 

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