हिमाचल प्रदेश में बरसात की गति धीमी बनी हुई है. पूरी बरसात में अभी तक सामान्य से 40 फीसदी तक कम बादल बरसे हैं. मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों के दौरान बरसात में बढ़ोतरी के आसार जताए हैं और 22-23 जुलाई को कुछ जिलों में कुछ एक स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. उसके बाद जुलाई के अंत तक मॉनसून में कमी देखने को मिलेगी. बीते 24 घंटे के दौरान नाहन 63.9, कंडाघाट में 48.0, धोलाकुआं में 39.5, पछाद में 27.3 जबकि शिमला में 26.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के अनुसार अगस्त माह की शुरुआत में मॉनसून के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि अगले तीन से चार दिनों तक प्रदेश में वर्षा में तेजी आने की संभावना है. इसके लिए विभाग ने अलर्ट जारी किए हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश के चार जिला शिमला, मंडी, कांगड़ा और बिलासपुर मे सामान्य के आसपास वर्षा हुई है जबकि बाकी क्षेत्रों में बारिश सामान्य से कम दर्ज की गई है. सबसे कम बारिश लाहौल स्पीति, सिरमौर, सोलन और ऊना में हुई है. उन्होंने कहा कि जुलाई माह में मॉनसून कम ही असरदार रहेगा जबकि अगस्त माह की शुरुआत में मॉनसून के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने और बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं में इस बार कमी पाई गई है जिसके चलते पहाड़ों में बारिश कम हो रही है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि शनिवार को हिमाचल प्रदेश के मैदानी या निचले पहाड़ी इलाकों में कई जगहों पर बारिश होगी जबकि मध्य और ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की जाएगी. चेतावनी जारी करते हुए आईएमडी ने कहा है कि 20 जुलाई दिन शनिवार को हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज-चमक दर्ज की जा सकती है.
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उत्तराखंड के मौसम के बारे में आईएमडी ने कहा है कि शनिवार को उत्तरकाशी जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चकमने और बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर को दर्ज किया जा सकात है. चमोली में भी ऐसी ही स्थिति बन सकती है.रुद्रप्रयाग जिले में भी बिजली के साथ बारिश हो सकती है. देहरादून जिले के बारे में कहा गया है कि शनिवार को कहीं कहीं भारी बारिश, कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर देखे जाने की संभावना है. पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा में ऐसी ही स्थिति रहेगी. चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि इन जिलों में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश, कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने या वर्षा के तीव्र से अति तीव्र दौर देखे जाएंगे.
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इन दोनों पहाड़ी राज्यों से सटे पंजाब में बारिश की कोई खास गतिविधि नहीं देखी जाएगी. हालांकि मौसमी बदलाव को देखते हुए आईएमडी ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि किसान पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की सुझाई गई बासमती किस्मों की रोपाई जारी रखें. अगर बारिश हुई है या होने का अनुमान है तो फसलों में सिंचाई न करें. मौसम को देखते हुए किसान डीएसआर तकनीक से बोए गए धान में खरपतवार नाशी दवा का प्रयोग करें. कपास किसान लगातार अपनी फसल की निगरानी करें और कीटों का प्रकोप दिखे तो कीटनाशक दवा का प्रयोग करें. अरहर की बुवाई करनी है तो प्रति एकड़ छह किलो बीज का प्रयोग किया जाए. बेड पद्धति से अरहर की बुवाई किसानों को अधिक फायदा दे सकती है.
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