राजस्थान में बारिश-बाढ़ से 60 गांवों की फसलें बर्बाद, फसल मुआवजे को लेकर किसानों में बढ़ी नाराजगी

राजस्थान में बारिश-बाढ़ से 60 गांवों की फसलें बर्बाद, फसल मुआवजे को लेकर किसानों में बढ़ी नाराजगी

देश में मॉनसून की विदाई से पहले कई राज्‍यों में लगातार तेज बारि‍श का सिलसिला जारी है, जिसके चलते कई जगहों पर बाढ़ जैसे हाला‍त बने हुए है. वहीं, राजस्‍थान के धौलपुर में भी 60 गांवों में बाढ़ से बुरे हालात है. कई लोग घर की छतों पर रह रहे हैं. वहीं, खरीफ की फसल भी बर्बाद हो गई है.

धौलपुर के गांव में बाढ़ से मची तबाहीधौलपुर के गांव में बाढ़ से मची तबाही
क‍िसान तक
  • Dholpur,
  • Sep 16, 2024,
  • Updated Sep 16, 2024, 1:02 PM IST

देश में इस बार मॉनसून देर से विदा होगा. इसके पहले कई राज्‍यों में भारी बारिश के चलते नदी-नालों और तालाबों का जलस्‍तर बढ़ा हुआ है. वहीं, कई राज्‍यों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है. यूपी और राजस्‍थान में सैकड़ों गांवों में कई फीट तक पानी भरा गया है. राजस्‍थान के धौलपुर में कई गांवो में भी बाढ़ से मकान, सामान और फसलों का नुकसान हुआ है. जिले में हुई भारी बारिश और अतिवृष्टि के चलते चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. करीब 60 गांवों में बाढ़ से फसल बर्बाद हुई है. 

धौलपुर में 44 साल बाद ऐसी बारिश

धौलपुर के इतिहास में 44 साल बाद ऐसी बारिश देखी गई है. जिले में सात बांध, नदी, तालाब, पोखर लबालब भर गए हैं और खेत में भी कई फीट  पानी भरा पड़ा है. भारी बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ है. किसानों की खरीफ की फसल पानी में डूबकर बर्बाद हो गई है. इसके बाद भी अभी तक शासन-प्रशासन की तरफ से मुआवजे का कोई जिक्र नहीं किया गया है, जिसे लेकर ग्रामीणों और किसानों में रोष है.

कई मकान ढहे, कुछ में दरारें पड़ी 

'आज तक' ने जब धौलपुर जिले के बाड़ी उप खंड के गुलावली गांव के हालात देखे तो गांव के चारों ओर करीब चार से पांच फीट पानी भरा हुआ मिला. खेतों में खड़ी खरीफ की फसल पानी में डूबकर नष्ट हो चुकी है. ग्रामीणों के घरों में भी पानी भर गया है. गांव में करीब आधा दर्जन से अधिक मकान गिर चुके हैं और करीब एक दर्जन मकानों में दरारें आ गई हैं. ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के मौसम में इससे पहले कभी भी ऐसे हालात नहीं बने हैं. 

कोई अधिकारी मदद के लिए नहीं आया 

ग्रामीणों ने बताया कि कोई भी अधिकारी गांव में उनकी सुद लेने नहीं आया है और न ही उन्‍हें किसी प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई है. गांव के रास्तों में चार से पांच फीट पानी है. उन्‍हें पानी में से ही निकलना पड़ता हैं. जिन घरों में पानी भरा है, वे लोग छत पर गुजर-बसर कर रहे हैं. 

आज तक रिपोर्टर ने ट्रैक्टर की मदद से खेतों में खड़ी फसल के हालात देखे तो खेतों में करीब चार फीट तक पानी भरा हुआ था और फसल पानी में डूबी हुई थी. गुलावली गांव से लगे अन्य आधा दर्जन गांव में यही हालात बने हुए हैं. जिले के करीब 60 गांवों में खेतों में खड़ी खरीफ की फसल जलभराव की चपेट में आ गई है. ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश ने तबाही से अन्नदाता को झकझोर दिया है.

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मुआवजे के लिए प्रदर्शन कर रहे लोग

ग्रामीण ने कहा कि वे पानी की निकासी और फसल मुआवजे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अधिकारी आश्वासन देकर चले जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी ना तो पानी निकासी के इंतजाम किए जा रहे हैं और ना ही गांवों में राहत सामग्री भेजी जा रही है. वहीं फसल नुकसान की गिरदावरी भी नहीं कराई जा रही है.

उमेश मिश्रा की रिपोर्ट

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