भारत की कॉफी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, रूस-तुर्की जैसे देशों से हुई 8762 करोड़ की कमाई

भारत की कॉफी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, रूस-तुर्की जैसे देशों से हुई 8762 करोड़ की कमाई

रूस और तुर्की जैसे देशों को भारत ने बड़े पैमाने पर कॉफी का निर्यात (coffee export) किया है. वैसे, इटली सबसे अधिक भारतीय कॉफी का आयात करता है. लेकिन पिछले साल इसमें गिरावट देखी गई है. दुनिया में इंस्टेंट कॉफी की मांग को देखते हुए भारत की कॉफी अच्छी पहचान बना रही है. इससे कॉफी उगाने वाले और निर्यातकों को फायदा हो रहा है.

कॉफी निर्यात से भारत को हुई अरबों रुपये की कमाई (फोटो-Unsplash)कॉफी निर्यात से भारत को हुई अरबों रुपये की कमाई (फोटो-Unsplash)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 03, 2023,
  • Updated Jan 03, 2023, 11:25 AM IST

भारत से कॉफी निर्यात (coffee export) ने साल 2022 में कई रिकॉर्ड तोड़ दिए. दुनिया में इंस्टेंट कॉफी की बढ़ती मांग का फायदा लेते हुए भारत ने कॉफी बेचकर अरबों रुपये की कमाई की है. पिछले साल भारत ने चार लाख टन से अधिक कॉफी का निर्यात किया है. रूस और तुर्की से सबसे अधिक कॉफी की मांग आई. भारत ने इसके निर्यात से 1.11 अरब डॉलर की कमाई दर्ज की है. खेप और राशि दोनों के हिसाब से भारत ने पहले से अधिक कॉफी का निर्यात किया है.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 की तुलना में 2022 में कॉफी के निर्यात (coffee export) में 18 परसेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई. साल 2021 में 945 डॉलर की कॉफी का निर्यात हुआ था जो 2022 में बढ़कर 1.11 अरब डॉलर हो गया. रुपये के हिसाब से देखें तो एक साल में कॉफी के निर्यात से 26 परसेंट की कमाई बढ़ी है और 6984 करोड़ रुपये से बढ़कर यह राशि 8762 करोड़ रुपये हो गई. 

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हर तरह की कॉफी का निर्यात देखें तो पिछले साल इसकी मात्रा 4 लाख टन तक पहुंच गई. इंस्टेंट कॉफी के निर्यात (coffee export) में 10 परसेंट की वृद्धि देखी गई है जो 1.34 लाख टन से अधिक है. ठीक एक साल पहले इसी अवधि में इंस्टेंट कॉफी का निर्यात 1.21 लाख टन हुआ था. भारत ने पिछले साल कॉफी का री-एक्सपोर्ट भी ज्यादा किया है. 91,960 टन की तुलना में 99,513 टन कॉफी का री-एक्सपोर्ट किया गया है. 

यहां री-एक्सपोर्ट का अर्थ है दूसरे देश से कॉफी खरीद कर उसे किसी और देश को बेच देना. भारत कई देशों से कम क्वालिटी वाली कॉफी का आयात करता है. फिर उसकी ग्रेडिंग करने के बाद निर्यात करता है. वियतनाम से कॉफी खरीद कर भारत उसे वैल्यू-ऐडेड इंस्टेंट कॉफी बनाता है और उसे दूसरे देशों को री-एक्सपोर्ट करता है. 

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कॉफी बोर्ड के सीईओ और सेक्रेटरी केजी जगदीश ने 'बिजनेसलाइन' से कहा, साल 2022 भारत के लिए कॉफी के निर्यात (coffee export) के लिहाज से बहुत अच्छा रहा है. कॉफी उगाने वाले और कॉफी निर्यात करने वाले दोनों फायदे में रहे. पिछले साल कॉफी निर्यात ने वैल्यू और वॉल्यूम दोनों मामलों में नया रिकॉर्ड बनाया है. ब्राजील में कॉफी की सप्लाई चेन में आई दिक्कत और कोविड के बाद बढ़ी मांगों का फायदा भारत को हुआ और कॉफी के निर्यात में तेजी देखी गई. हालांकि ग्रीन कॉफी, खासकर अरेबिका में कुछ गिरावट देखी गई है जबकि रोबस्टा कॉफी में तेजी आई है. भारत की कॉफी खरीदने में इटली का पहला स्थान है.

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