हरी सब्जियों में पालक की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है. लेकिन पालक की तरह दिखने वाली एक और सब्जी है चुक्का कुरा जिसे खट्टा पालक या ग्रीन सोरेल भी कहते हैं. चुक्का कुरा खेती मार्च में करना बेस्ट माना जाता है. ऐसे में ये समय खट्टे पालक की खेती करने के लिए उपयुक्त है. ऐसे में अगर आज चुक्का कुरा की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको इसकी बीज मंगवाकर खेती कर सकते हैं. इस फसल के बीज को आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
वर्तमान समय में देश के किसान नकदी फसलों की खेती बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन चुक्का कुरा यानी खट्टे पालक की बीज बेच रहा है. इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद कर सकते हैं. साथ ही इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं.
चुक्का कुरा को खट्टा पालक या ग्रीन सोरेल भी कहते हैं. यह एक पत्तेदार हरी सब्जी है. इसके पत्ते पालक की तरह चिकने होते हैं, लेकिन इसके तने मोटे और रसीले होते हैं. चुक्का कुरा के पत्तों में खट्टा, हरा, और घास जैसा स्वाद होता है. यह विटामिन सी से भरपूर होता है. वहीं, इसे खाने के कई फायदे भी हैं. ये भारत के कई हिस्सों में लोकप्रिय है. वहीं, इसका इस्तेमाल अक्सर करी, सूप और सलाद में किया जाता है.
अगर आप भी चुक्का कुरा की की खेती करना चाहते हैं तो इसके बीच को खरीद सकते हैं. इसका 100 ग्राम का पैकेट बहुत सस्ते में यानी 33 फीसदी छुट के साथ मात्र 100 रुपये में ऑनलाइन मिल जाएगा. आप इस बीज को ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर मंगवा सकते हैं.
भारत में चुक्का कुरा की खेती तीनों फसल चक्र यानी रबी, खरीफ और जायद में की जाती है. अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए बेस्ट होती है. बात करें इसकी खेती के लिए तो खेती से पहले जुताई के बाद खेत को कुछ समय के लिए ऐसे ही खुला छोड़ दें, जिससे खेत की मिट्टी में अच्छी तरह से धूप लग जाए. चूंकि चुक्का कुरा की फसल की कटाई को कई बार किया जाता है. इसलिए इसके पौधों को अधिक उर्वरक की आवश्यकता होती है. इसके लिए खेत की जुताई के बाद उसमें पर्याप्त मात्रा में उर्वरक देना चाहिए.