मंड‍ियों में कम हो रही मिर्च की आवक, देर से बुवाई के चलते उत्पादन में कमी का अनुमान

मंड‍ियों में कम हो रही मिर्च की आवक, देर से बुवाई के चलते उत्पादन में कमी का अनुमान

मिर्च की फसल पर कीटों का प्रकोप पिछले साल की तुलना में इस साल कम देखा गया है. लेकिन, फसलों को रहे नुकसान की वजह से उत्पादन में भी कमी देखी जा रही है. वहीं देश में तीसरे सबसे अधिक उत्पादक वाले राज्य कर्नाटक में देर से बुवाई के कारण आवक प्रभावित हुई है.

ब्याडगी मिर्च ब्याडगी मिर्च
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 08, 2023,
  • Updated Jan 08, 2023, 5:26 PM IST

मिर्च की ब्याडगी किस्म पर कीटों का प्रकोप पिछले साल की तुलना में इस साल कम देखा गया है. लेकिन फसलों को रहे नुकसान की वजह से उत्पादन में भी कमी देखी जा रही है. वहीं देश में तीसरे सबसे अधिक उत्पादक वाले राज्य कर्नाटक में देर से बुवाई के कारण आवक प्रभावित हुई है. आपको बता दें कि भारत में मिर्च की सभी किस्मों में से ब्याडगी मिर्च की क‍िस्म की बेहद मांग है. ब्याडगी मिर्च से निकाले गए एक तेल, ओलियोरेसिन का उपयोग नेल पॉलिश और लिपस्टिक बनाने में किया जाता है. 

मिर्च की फसल लगने वाले रोग

मिर्च की फसल में होने वाले मुरझान रोग की घटनाएं पिछले वर्ष की तुलना में इस साल कम दिखाई दी है. इस रोग का प्रकोप बारिश में बढ़ जाता है. जिस वजह से फसल प्रभावित होता है. लेकिन वहीं अधिक बारिश में मिर्च में लगने वाली पश्चिमी ब्लैक थ्रिप्स रोग का प्रकोप कम हो जाता है. ब्लैक थ्रिप्स अधिक ठंड के कारण बढ़ता है. ठंड के मौसम में कीटों का खतरा कई गुना अधिक बढ़ जाता है.

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फसलों पर बढ़ता रोग का प्रकोप

मीड‍िया र‍िपोर्टस के मुताबिक मिर्च की प्रमुख आवक पिछले साल की तुलना में 30 फीसदी कम थी. वहीं मध्यम किस्मों की आवक 50 फीसदी थी. इस साल खराब गुणवत्ता वाली फसल की आवक 10 फीसदी से कम है. साथ ही मध्यम और उत्तम गुणवत्ता वाली फसल की आवक पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक रही. इस साल, दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जुलाई को कर्नाटक में आने के बाद से बुवाई में 10-15 दिनों की देरी हुई. मिर्च की ब्याडगी किस्म में किसानों की रुचि के चलते मसाला फसलों की खेती भी अधिक क्षेत्रफल में की जाती है. जिस वजह से किसानों को कीमत भी अच्छी मिलती है. अक्टूबर में बारिश ने 25-35 प्रतिशत फसल को प्रभावित किया और दिसंबर के तीसरे और चौथे सप्ताह में आवक में भी देरी हुई.

जिसके बाद किसान बेहतर कीमतों की तलाश कर रहे हैं. हालांकि कीमतों में सुधार होने में कुछ समय लगेगा. लेकिन दिसंबर में कीमतों में 20-25 प्रतिशत की कमी आई और ब्याडगी की कीमतें 38,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बोली लगाई गईं.

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ब्याडगी मिर्च क्या है? (What is Byadagi chilli)

ब्याडगी मिर्च कर्नाटक में उगाई जाने वाली प्रमुख मिर्च की किस्म है. वहीं, इस किस्म का नाम शहर के नाम पर ब्याडगी रखा गया है जो कि कर्नाटक राज्य के हावेरी जिले में स्थित है. ब्याडगी मिर्च को 'बेडगी' नाम से भी जाना जाता है. ब्याडगी मिर्च गहरे लाल रंग की होती है और इस तीखापन कम है. वहीं दक्षिण भारत के कई खाने वाले चीजों में इसका उपयोग किया जाता है. ब्याडगी मिर्च को फरवरी 2011 में ही भौगोलिक संकेत (जीआई) मिल चुका है.

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