
विदर्भ के कपास उत्पादक किसानों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है. कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने सरकारी आधारभूत मूल्य पर कपास खरीदी के पहले चरण में विदर्भ के विभिन्न जिलों में 80 से अधिक खरीदी केंद्र शुरू कर दिए हैं. सीसीआई के उप प्रबंधक बृजेश कसाना ने बताया कि अब तक तीन लाख से अधिक किसानों ने ‘किसान ऐप’ के माध्यम से अपना पंजीयन कराया है, जबकि कुछ किसानों को ऐप या नेटवर्क की समस्या के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को किसी भी तरह की अफवाह या भ्रम में नहीं आना चाहिए. अगर ऐप में कोई तकनीकी दिक्कत आती है, तो किसान बेहतर नेटवर्क क्षेत्र में जाकर पुनः प्रयास करें या सीसीआई के टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें. कसाना ने कहा, 'हमारे नोडल अधिकारी किसानों की हर समस्या के समाधान के लिए तत्पर हैं. किसान किसी भी झूठी जानकारी या अफवाह पर ध्यान न दें. रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 30 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है, इसलिए सभी किसान समय रहते पंजीयन अवश्य करें.'
उन्होंने यह भी सलाह दी कि हाल ही में हुई बारिश के कारण कई स्थानों पर कपास में नमी की समस्या देखी जा रही है. इसलिए किसान अपनी कपास को अच्छी तरह सुखाकर ही जिनिंग प्रेसिंग फैक्टरी में लेकर आएं, ताकि उन्हें सरकारी निर्धारित मूल्य (MSP) का पूरा लाभ मिल सके. कसाना ने किसानों से आग्रह किया कि 'कुछ असामाजिक तत्व या निजी व्यापारी किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं कि सीसीआई कम रेट में खरीदी करेगी. ऐसी झूठी खबरों पर ध्यान न दें. सरकार द्वारा घोषित दर पर ही खरीदी की जाएगी.'
विदर्भ में पहले स्लॉट में 80+ सीसीआई केंद्र चालू
3 लाख से अधिक किसानों ने कराया ऑनलाइन पंजीयन
30 दिसंबर तक बढ़ी पंजीयन की अंतिम तिथि
ऐप में परेशानी आने पर टोल-फ्री नंबर पर करें संपर्क
अच्छी तरह सुखाई हुई कपास ही केंद्रों पर लाएं
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