भारत मंडपम में जुटेगा वैश्विक चावल बाजार, तैयारियों में जुटी केंद्र सरकार और IREF

भारत मंडपम में जुटेगा वैश्विक चावल बाजार, तैयारियों में जुटी केंद्र सरकार और IREF

भारत सरकार और इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन (IREF) की साझेदारी में BIRC 2025 भारत मंडपम, नई दिल्ली में होगा. यह विश्व का सबसे बड़ा चावल सम्मेलन होगा जिसमें किसान, निर्यातक और अंतरराष्ट्रीय खरीदार हिस्सा लेंगे. जानिए इस ऐतिहासिक आयोजन की पूरी जानकारी.

भारत बनेगा वैश्विक चावल व्यापार का केंद्रभारत बनेगा वैश्विक चावल व्यापार का केंद्र
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Oct 05, 2025,
  • Updated Oct 05, 2025, 6:13 PM IST

भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने इंडियन राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन (IREF) के साथ मिलकर भारत इंटरनेशनल राइस कॉन्फ्रेंस (BIRC) 2025 के आयोजन की घोषणा की है. यह सम्मेलन 30 और 31 अक्टूबर 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित होगा. यह दुनिया का सबसे बड़ा चावल-केंद्रित सम्मेलन होने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के हजारों लोग शामिल होंगे.

दुनिया भर से आएंगे चावल उद्योग के प्रमुख लोग

इस दो दिवसीय सम्मेलन में 5,000 से अधिक किसान, 2,500 निर्यातक और मिलर्स, 50 शिपिंग कंपनियां और 80 से अधिक देशों से आए हुए 1,000 अंतरराष्ट्रीय खरीदार शामिल होंगे. इसके अलावा विभिन्न देशों के राजनयिक मिशनों, व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों और विदेशी सरकारों के वरिष्ठ मंत्री भी इस आयोजन में भाग लेंगे. यह सम्मेलन वैश्विक चावल व्यापार जगत की अब तक की सबसे बड़ी बैठक होगी.

सरकार और IREF की मजबूत साझेदारी

इस आयोजन में सरकार की सक्रिय भागीदारी यह दर्शाती है कि भारत चावल क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए गंभीर है. IREF के राष्ट्रीय अध्यक्ष और श्रीलाल महल समूह के चेयरमैन डॉ. प्रेम गर्ग ने इस सहयोग का स्वागत करते हुए इसे चावल निर्यातकों और किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर बताया.

तीन बड़ी पहलें होंगी इस आयोजन का हिस्सा

खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने BIRC 2025 के साथ जुड़ी तीन महत्वपूर्ण पहलों को समर्थन देने की बात कही है. पहला, मुख्य कार्यक्रम यानी BIRC 2025 का आयोजन; दूसरा, भारतीय चावल पर आधारित एक आकर्षक कॉफी टेबल बुक का विमोचन; और तीसरा, ‘विकसित भारत @2047’ के अंतर्गत चावल क्षेत्र का एक भविष्य-दृष्टिकोण और रोडमैप तैयार करना. यह दस्तावेज़ यह बताएगा कि आने वाले वर्षों में भारत का चावल उद्योग कैसे देश की प्रगति में अहम भूमिका निभाएगा.

व्यापार, नवाचार और नेटवर्किंग का सुनहरा मंच

BIRC 2025 केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि यह एक ऐसा मंच होगा जहां भारत और दुनिया भर के चावल उद्योग से जुड़े लोग मिलकर विचार साझा करेंगे, नई तकनीकों से जुड़ेंगे और व्यापार के नए अवसरों की खोज करेंगे. इस आयोजन से भारत के किसानों और निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से सीधा संपर्क मिलेगा, जिससे वे नए बाजारों तक पहुंच बना सकेंगे.

अंतरराष्ट्रीय सहयोग से मजबूत होंगी आपूर्ति श्रृंखलाएं

सम्मेलन के दौरान प्रतिभागियों को एक-दूसरे से आमने-सामने मिलने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें व्यापारिक नेटवर्क बनाने, आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने और साझेदारी के नए रास्ते तलाशने में मदद मिलेगी. यह पहल न सिर्फ भारत के चावल उद्योग को लाभ पहुंचाएगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को भी और मज़बूत करेगी.

BIRC 2025 भारत के चावल उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक मौका है, जो न केवल देश को वैश्विक मंच पर मजबूत करेगा बल्कि किसानों, निर्यातकों और व्यापारियों को एक नई दिशा भी देगा. यह सम्मेलन भारत को विश्व चावल बाजार में नेतृत्व की ओर ले जाने वाला एक मजबूत कदम साबित होगा. Source: ANI

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