संगरूर की धुरी मंडी में गेहूं का उठान बहुत धीरे चल रहा है. धुरी के अलावा, पंजाब की कई जगहों से ऐसी शिकायतें आ रही हैं. धुरी इसलिए चर्चा में है क्योंकि यह प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान का अपना गृह क्षेत्र है. संगरूर का यह इलाका खेती-बाड़ी के लिए बहुत मशहूर है, साथ ही अनाज मंडी के लिए भी. लेकिन अभी भारी दिक्कत गेहूं के उठान में देखी जा रही है. हालांकि जिला प्रशासन ने कई बड़े-बड़े दावे किए जिसमें कहा गया कि गेहूं उठाने में कोई परेशानी नहीं आएगी. इसके बावजूद धुरी में गेहूं की लिफ्टिंग में बेहद ढिलाई देखी जा रही है. आलम ये है कि कुछ खरीदे गए 68,380 मीट्रिक टन में मात्र 39,400 मीट्रिक टन गेहूं का ही उठान हो सका है.
संगरूर के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उनकी तरफ से ठेकेदारों को नोटिस दिया गया है कि वे जल्द से जल्द गेहूं उठान का काम खत्म करें. धुरी फेडरेशन ऑफ आढ़तिया एसोसिएशन के प्रमुख जगतार शर्मा ने 'दि ट्रिब्यून' से कहा, हमने प्रशासन से बार-बार कहा है कि गेहूं उठान की प्रक्रिया में तेजी लाए जाए. लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. अब हम मुख्यमंत्री भगवंत मान से आग्रह कर रहे हैं कि वे इस मसले पर गौर करें. इस इलाके में बारिश की संभावना बन रही है. अगर ऐसा होता है कि किसानों और आढ़तियों का भारी नुकसान हो जाएगा.
ये भी पढ़ें: हरियाणा: गेहूं खरीद में तो तेजी है, पर उठान में धीमी पड़ रहीं एजंसियां... सबसे फिसड्डी गुरुग्राम
अब तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, 23 अप्रैल को पनग्रेन कंपनी ने 940 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया. मार्कफेड ने 680 मीट्रिक टन, पंसप ने 2250 मीट्रिक टन और पंजाब स्टेट वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन ने 230 मीट्रिक टन गेहूं की लिफ्टिंग की. धुरी मंडी के आढ़तिया हरदेव सिंह कहते हैं, मंडी से जुड़े अधिकारियों से मिलकर गेहूं उठान में तेजी लाने का आग्रह किया गया है. जब तक गेहूं का उठान नहीं होता, तब तक अतिरिक्त अनाज रखने के लिए कोई जगह नहीं बचेगी. अगर ठेकेदार इस संबंध में अपना काम ठीक से नहीं करते हैं, तो अधिकारियों को उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.
संगरूर डिस्टिक्ट फूड एंड सप्लाई कंट्रोलर (DFSC) सतवीर सिंह ने कहा, लिफ्टिंग में आ रही देरी को लेकर ठेकेदार को नोटिस जारी किया है. ठेकेदार के पास धुरी मंडी के लिए पहले 300 लेबर हुआ करती थी. लेकिन अब इसकी तादाद बढ़ाई जाएगी. अब हालात में कुछ सुधार नजर आने लगा है. अगर लेबर की संख्या पहले बढ़ गई होती, तो आज लिफ्टिंग को लेकर ऐसी खराब स्थिति देखने में नहीं आती. इस तरह की स्थिति और भी जगहों पर देखी जा रही है.
ये भी पढ़ें: पंजाब में संगरूर के किसानों से हुई गेहूं की सबसे अधिक खरीद, यहीं से विधायक हैं मुख्यमंत्री मान
गेहूं के उठान में आ रही देरी पर राजनीति भी शुरू हो गई है. अबोहर के विधायक संदीप जाखड़ ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने किसानों से कहा कि मंडी में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं नहीं होने दी जाएगी, लेकिन हालात ठीक उससे उलट हैं. अबोहर की मंडियों में अनाज की ढेरी लग गई है. अनाज का उठान समय पर नहीं हो रहा है. यही नहीं, सरकार ने कहा था कि किसानों को 24 घंटे के भीतर उपज का पैसा दे दिए जाने का वादा किया गया था जबकि ऐसा नहीं हो रहा है. यह AAP सरकार की वादाखिलाफी है. MLA संदीप जाखड़ ने कहा कि पूर्व की सरकारों में अनाज उठान में ऐसी देरी नहीं देखी जाती थी.