टमाटर उगाने वाले किसानों का गुजारा मुश्किल, फौरन MSP घोषित करे सरकार, कांग्रेस ने की मांग

टमाटर उगाने वाले किसानों का गुजारा मुश्किल, फौरन MSP घोषित करे सरकार, कांग्रेस ने की मांग

मध्य प्रदेश के कई हिस्सों से टमाटर के गिरते दाम से परेशान किसानों की खबर आई है. किसान अपनी उपज की लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसी ही एक खबर रायसेन से आई थी. बड़ी मेहनत से किसानों द्वारा लगाई गई टमाटर की फसल को बाजार में वाजिब दाम न मिलने के कारण किसान इसे सड़क के किनारे फेंक कर जानवरों को खिलाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.

Hundreds of kilos of tomatoes were thrown on the roadsideHundreds of kilos of tomatoes were thrown on the roadside
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 25, 2025,
  • Updated Apr 25, 2025, 5:28 PM IST

कांग्रेस ने शुक्रवार को मांग की कि मध्य प्रदेश सरकार टमाटर के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित करे क्योंकि इसका थोक मूल्य 3 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा, "केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है, लेकिन छतरपुर बाजार में टमाटर का थोक मूल्य 3 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गया है." 

उन्होंने दावा किया कि किसान अपनी उत्पादन लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं और कुछ को लागत बचाने के लिए खेतों में फसल की सिंचाई बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर किसान अपनी फसल मवेशियों को खिला रहे हैं. पटवारी ने मांग की कि राज्य की बीजेपी सरकार को एमएसपी घोषित करना चाहिए और हर जिले में खरीद केंद्र खोलना चाहिए. 

जीतू पटवारी ने उठाई मांग

पटवारी ने टमाटर की कीमतों में गिरावट के कारण परेशान किसानों के लिए राहत पैकेज की भी मांग की. विशेषज्ञों ने थोक बाजारों में अतिरिक्त फसल की आवक को कीमतों में गिरावट के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि टमाटर की खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है.

ये भी पढ़ें: Tomato Farming: 2 बीघे में टमाटर की खेती, 15-20 हजार की लागत, डेढ़ लाख तक की कमाई

मध्य प्रदेश के कई हिस्सों से टमाटर के गिरते दाम से परेशान किसानों की खबर आई है. किसान अपनी उपज की लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसी ही एक खबर रायसेन से आई थी. बड़ी मेहनत से किसानों द्वारा लगाई गई टमाटर की फसल को बाजार में वाजिब दाम न मिलने के कारण किसान इसे सड़क के किनारे फेंक कर जानवरों को खिलाने के लिए मजबूर हो रहे हैं. 

टमाटर की कीमतें धड़ाम

फिलहाल खुले मार्केट में जो रेट किसानों को टमाटर के मिल रहे हैं उससे ज्यादा की लागत इस फसल की कटाई और ट्रांसपोर्ट में लग रही है. यही कारण है कि किसान इसे खेत से निकाल अपने वाहन में रखकर सड़क किनारे फेंक रहे हैं ताकि आसपास के मवेशी इसे खा सकें. 

ये भी पढ़ें: 200 रुपये बिकने वाला टमाटर 2 रुपये में बिका, किसान ने सड़क पर फेंकी सैकड़ों किलो उपज

रायसेन जिले के बाड़ी बरेली में बड़ी मात्रा में टमाटर की खेती की जाती है. यहां का टमाटर मध्य प्रदेश के बड़े शहरों के साथ भारत के अन्य राज्यों में भी सप्लाई किया जाता है जहां पर इसकी बहुत मांग होती है. मगर फिलहाल बाजार में टमाटर का रेट बहुत कम मिलने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं. किसी समय यह टमाटर 100 से 150 रुपये प्रति किलो के भाव से बिकता था जो अब 2 से 3 रुपये प्रति किलो के भाव पर आ गया है.

 

MORE NEWS

Read more!