आगरा नहर में पानी नहीं छोड़े जाने पर हरियाणा के किसान परेशान, गेहूं-जौ की बिजाई को लेकर बढ़ी चिंता

आगरा नहर में पानी नहीं छोड़े जाने पर हरियाणा के किसान परेशान, गेहूं-जौ की बिजाई को लेकर बढ़ी चिंता

देशभर में रबी फसलों की बुवाई का समय चल रहा है. हरियाणा अभी गेहूं की बुवाई के लक्ष्‍य से बहुत दूर है. ऐसे में यहां पलवल जिले से किसानों की परेशानी से जुड़ी खबर सामने आई है. जिले के दर्जनों गांवों में सिंचाई के लिए पानी नहीं है, क्‍योंकि आगरा नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है.

रबी फसलों की ब‍िजाई और सिंचाई को लेकर किसान चिंतित. (सांकेतिक तस्‍वीर)रबी फसलों की ब‍िजाई और सिंचाई को लेकर किसान चिंतित. (सांकेतिक तस्‍वीर)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Nov 11, 2024,
  • Updated Nov 11, 2024, 12:50 PM IST

हरियाणा के पलवल जिले में कई गांवों से गुजरने वाले दर्जनों रजवाहों सूखे पड़े हैं. ऐसे में किसान गेहूं की बिजाई को लेकर परेशान है. दरअसल, बिजाई के लिए किसानों को पानी की जरूरत है, लेकिन  आगरा नहर की सफाई के चलते पानी नहीं मिल पा रहा है. पलवल के इन गांवों में खेती के लिए आगरा और गुरुग्राम नहर से पानी की सप्‍लाई होती है. इन नहरों से यहां के होडल, भंगूरी, हसनपुर, जनौली, उटावड़ह और हथीन समेत दर्जनों रजवाहे गुजरते हैं, लेकिन नहरों की सफाई के चलते पानी न आना इलाके के किसानों की परेशानी का कारण बन गया है.  

फसल प्रभावित होने का डर

इस समय रबी फसलों की बुवाई का समय चल रहा है. यहां ज्‍यादातर किसान गेहूं के अलावा सरसों, गन्‍ना और जौ की खेती भी करते हैं. ऐसे में अब फसलों को सिंचाई की भी जरूरत है. वहीं,  इस समय गेहूं और जौ की बिजाई भी चल रही है. ऐसे में अगर 10 दिन के अंदर नहर से पानी नहीं छोड़ा गया तो बिजाई पर असर पड़ेगा और पैदावार कम होगी और किसानों को नुकसान होगा. 'दैनिक भास्‍कर' अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्र के किसानों का कहना है कि जिले के ज्‍यादातर हिस्‍सों में जमीन का पानी खारा है, जो खेती में इस्‍तेमाल के योग्‍य नहीं है. इसलिए किसान सिंचाई के लिए रजवाहों पर ही निर्भर है.

ये भी पढ़ें - नवम्बर में गेहूं की इन 5 किस्मों की बुवाई से पाएं बंपर पैदावार, जानें इनकी खासियत

सबसे ज्‍यादा गेहूं की ब‍िजाई होगी

कृषि विभाग के मुताबिक, जिले में इस साल 2 लाख 60 हजार एकड़ रकबे में फसलों की बुवाई का अनुमान है. इसमें से 2 लाख एकड़ में गेहूं, 20 हजार एकड़ में सरसों, 9 हजार एकड़ में गन्‍ना और 30 हजार एकड़ में अन्‍य फसलों की बिजाई होनी है. सिंचाई विभाग के एक्‍सईएन मोह‍ित वशिष्‍ठ ने कहा कि रजवाहों में आगरा नहर से पानी की आपूर्ति होती है, जो उत्‍तर प्रदेश सिंचाई विभाग के तहत आती है.  लेकिन, अभी नहर की सफाई की वजह से पानी नहीं आ रहा है. उत्‍तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने 10 नवंबर तक पानी छोड़ने की बात कही थी, लेकिन अब 14 या 15 नवंबर तक पानी छोड़ा जाएगा.

खाद को लेकर भी परेशान हैं किसान

राज्‍य के कई जिलों में किसान डीएपी की कमी की भी बात कह रहे हैं. सरकारी खाद बि‍क्री केंद्रों पर खाद के लिए किसानों की लंबी कतार देखी जा रही है. किसान भोर से पहले ही लाइनों में लग रहे हैं, लेकिन देर शाम के बाद भी खाली हाथ लौट रहे हैं. वहीं, सरकार आंकड़े पेश कर दावा कर रही है कि राज्‍य में पर्याप्‍त मात्रा में खाद उपलब्‍ध है. सीएम नायब सिंह सैनी ने किसानों से अपील की है कि वे खाद की कमी को लेकर किसी अफवाह पर ध्‍यान न दें. 

MORE NEWS

Read more!