करनाल के इंद्री के कई गांव ऐसे हैं जहां पर बाढ़ ने किसानों की फसल को खराब कर दिया है. जिस धान को लगे अभी 15 से 20 दिन हुए थे, वो धान पानी और मिट्टी में बह गया है. किसान दुखी है परेशान है, क्योंकि अब उसे ज्यादा कुछ खेती में नजर नहीं आ रहा है. इस बीच करनाल के दरड गांव के किसान और लोग मदद के लिए आगे आए हैं. ये वो लोग हैं जो अब उन किसानों की मदद करेंगे जिनके खेत बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. ये वो लोग हैं जो किसानों की बर्बाद हुई फसल के लिए खुद के बीज देंगे और धान रोपाई में मदद करेंगे. किसानों की मदद का यह काम दूर-दूर के इलाकों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
मदद करने वाले लोग किसानों के लिए आठ एकड़ में धान की पौध तैयार कर रहे हैं. ये धान की पौध 20 से 25 दिन में पूरी तरह से तैयार हो जाएगी. जिन किसानों को धान की खेती करनी है, वे धान की पौध फ्री में ले सकेंगे. आपको बता दें कि जो आठ एकड़ में पौध तैयार होगी, वो करीब 1500 एकड़ में लगाई जा सकती है. यानी जिन किसानों के खेत में धान लगी हुई थी और जो फसल पानी और मिट्टी से खराब हो गई है, उन किसानों के पास अपनी धान लगाने का एक और मौका है.
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जिन किसानों की धान की फसल खराब हो गई है, उनके लिए दरड गांव के लोग आगे आए हैं. किसानों के लिए यह शानदार पहल है ताकि उनकी भी फसल तैयार हो. जिन किसानों ने ठेके पर जमीन ली है उनका नुकसान ना हो, इसलिए फ्री में धान के बीज और उसकी पौध दी जा रही है. हालांकि ये धान तैयार होने में थोड़ा ज्यादा समय लग जाएगा क्योंकि धान का सीजन काफी निकल गया है. लेकिन किसानों का कहना है कि इस बार कुछ नहीं होने से अच्छा है कि देर से ही फसल उगा ली जाए. मदद करने वाले लोगों ने तय किया है कि धान की पौध तैयार की जाएगी और किसानों को फ्री में दी जाएगी. किसान अगर दरड गांव में आकर पौध लेना चाहता है तो वहां से भी ले सकता है.
हरियाणा के कई जिलों में भारी बारिश के बाद फसलें खराब हुई हैं. यहां तक कि कई जगह बांध टूटने से धान की फसल खराब हुई है. खेतों में पानी भर गया है जिससे धान की पौध पूरी तरह से चौपट हो गई है. मानसा जिले के हलका सरदूलगढ़ के पास फूस मंडी में घग्गर में दरार पड़ने से पानी लगातार तेजी से गांवों और शहर की तरफ आ रहा है. इसके चलते सरदूलगढ़ शहर में मानसा-सिरसा रोड नेशनल हाईवे पर पानी पहुंच चुका है. लोग लगातार बचाव के लिए प्रयास कर रहे हैं. लेकिन पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है.
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मानसा जिले में चार जगह घग्गर में दरार पड़ चुकी है जिसकी वजह से खेतों में पानी भर गया है. सैकड़ों एकड़ में फसल डूब चुकी है और घर भी पानी में डूबने शुरू हो चुके हैं. पूछ मंडी के पास बड़ी दरार के चलते गांव फूस मंडी साधु वाला, लोहगड़ समेत अन्य गांवों में पानी घुस चुका है.