देश के कई हिस्सों में जहां अच्छे मॉनसून के चलते किसानों के चेहरों पर खुशी है, वहीं हरियाणा के कुछ जिलों में बारिश किसानों के लिए आफत बनकर उभरी है. अगस्त की शुरुआत में भिवानी और हिसार जिलों में हुई भारी बारिश और जल निकासी की बदहाल व्यवस्था के चलते खेत जलमग्न होकर तालाब में तब्दील हो गए हैं. हजारों एकड़ में बोई किसानों की फसल और महीनों की मेहनत पूरी तरह से पानी में डूब चुकी है. हाल यह है कि खरीफ की फसल तो चौपट हुई ही है, साथ ही रबी की बुवाई पर भी संकट के बाद छा गए हैं. वहीं, कांग्रेस ने राज्य सरकार से प्रति एकड़ मुआवजे की मांग करते हुए किसानों को राहत देने का मुद्दा उठाया है.
दि ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, हिसार जिले के नलवा, आदमपुर, बरवाला और नरवाना विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 15,000 एकड़ से अधिक फसल बर्बाद होने की आशंका है. भिवानी जिले के कई गांवों में भी हालात बेहद गंभीर हैं और किसान जलभराव से परेशान हैं. बाढ़ के हालातों को देखते हुए कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की बीजेपी सरकार को असंवेदनशील और किसान विरोधी बताया. उन्होंने कहा, “यह बाढ़ जैसी स्थिति है. खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं. अगर समय रहते पानी नहीं निकाला गया तो रबी फसल की बुआई तक खतरे में पड़ जाएगी.”
इस दौरान हुड्डा ने हर बाढ़ प्रभावित किसान को 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया. हुड्डा के साथ हिसार के सांसद जयप्रकाश भी दौरे पर रहे. दोनों नेताओं ने धानणा, तालू, पुर, सिवाड़ा और मुंधाल गांवों का निरीक्षण किया और किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, हिसार जिले के पाटन, टोकरा, हिंडवान, चुली खुर्द, चुली बगड़ियां और चुली कलां गांवों में करीब 2,000 एकड़ भूमि जलमग्न है, जबकि बरवाला क्षेत्र के खोखा, सुलखनी, भगाना और खरकड़ी गांवों में 6,000 एकड़ खेत पानी में डूबे हुए हैं. वहीं, नरवाना क्षेत्र के मोहला, बड़छप्पर, उगालान और आसपास के गांवों में 7,000 एकड़ से अधिक फसल प्रभावित है.
आदमपुर से कांग्रेस विधायक चंद्र प्रकाश ने भी क्षेत्र का दौरा किया और किसानों से मिलकर राहत की मांग उठाई. किसानों ने उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल विशेष गिरदावरी (फसल क्षति सर्वे) और मुआवजे की मांग की है. वहीं, पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के ज़िला अध्यक्ष सतीश बेनीवाल के नेतृत्व में किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि सरकार घग्घर मल्टीपर्पज ड्रेन की चौड़ाई, गहराई और पक्कीकरण कराए ताकि भविष्य में ऐसी आपदाएं रोकी जा सकें.