Paddy Procurement : छत्तीसगढ़ में पहली बार इतवार को भी होगी धान की सरकारी खरीद, 4 दिन बढ़ी खरीद की मियाद

Paddy Procurement : छत्तीसगढ़ में पहली बार इतवार को भी होगी धान की सरकारी खरीद, 4 दिन बढ़ी खरीद की मियाद

छत्तीसगढ़ में Minimum Support Price पर धान की सरकारी खरीद की समय सीमा आज पूरी हो रही है. इसमें लक्ष्य से ज्यादा धान की खरीद होने के बाद भी राज्य की विष्णु देव साय सरकार ने किसानों को सरकारी खरीद पर धान बेचने के लिए 4 दिन का अतिरिक्त समय दिया है. राज्य में अब 4 फरवरी तक धान की सरकारी खरीद होगी.

छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड तोड़ धान की खरीद. (सांकेतिक फोटो)छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड तोड़ धान की खरीद. (सांकेतिक फोटो)
न‍िर्मल यादव
  • Raipur,
  • Jan 31, 2024,
  • Updated Jan 31, 2024, 8:59 AM IST

छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन 2023-2024 में 31 जनवरी तक paddy procurement होना है. राज्य में 01 नवंबर को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की रिकार्ड खरीद चल रही है. धान के भरपूर उत्पादन को देखते हुए अभी भी पर्याप्त संख्या में ऐसे किसान बच गए हैं, जो अपनी उपज को नहीं बेच पाए हैं. साय सरकार ने ऐसे किसानों को धान बेचने का एक और मौका देते हुए इस सीजन में धान खरीदी की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 04 फ़रवरी कर दिया है. राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर किसानों के हित में किए गए इस अहम फैसले के तहत शनिवार और रविवार को भी छुट्टी के दिन भी धान की खरीद होगी.

रिकार्ड खरीद के बावजूद बढ़ाई मियाद

सरकार ने इस साल 130 लाख मीट्रिक टन धान की सरकारी खरीद करने का लक्ष्य तय किया था. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक चालू खरीफ सीजन 2023-24 में 30 जनवरी तक राज्य के किसान 138.78 लाख मीट्रिक टन धान बेच चुके हैं. आज धान की खरीद का अंतिम दिन था. इसके पहले ही सरकार ने लक्ष्य से ज्यादा खरीद होने के बावजूद धान की खरीद के लिए किसानों को 4 दिन का अतिरिक्त समय दिया है.

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किसानों से अब 4 फरवरी (रविवार) तक धान की खरीदी की जाएगी. सरकार ने दलील दी है कि सीएम ने राज्य में रिकार्ड धान खरीदी के बावजूद किसानों को धान बेचने में किसी तरह की परेशानी न हो, इसे ध्यान में रखते हुए यह संवेदनशील फैसला लिया है.

24 लाख किसान बेच चुके हैं धान

मार्कफेड के महाप्रबंधक की ओर से बताया गया कि किसानों से चालू विपणन वर्ष में 30 जनवरी तक 24 लाख 18 हजार 694 किसानों ने 138.78 लाख मीट्रिक टन धान सरकार को बेची. इसके एवज में उन्हें 28 हजार 708 करोड़ रुपए का किसानों को भुगतान किया जा चुका है. सरकार किसानों से 21 कुंतल धान प्रति एकड़ की दर से धान खरीद रही है.

गौरतलब है कि राज्य की नवगठित साय सरकार अपने चुनावी वादे के मुताबिक किसानों से 3100 रुपये प्रति कुंतल की दर से धान खरीद रही है. इसमें 2185 रुपये प्रति कुंतल एमएसपी के अलावा 915 रुपये प्रति कुंतल बोनस के रूप में दिए जा रहे हैं. चालू खरीफ सीजन में धान बेचने से वंचित रह गये किसान भी उपज बेच सकें, इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने धान की खरीदी का समय 4 दिन बढ़ाया है. मुख्यमंत्री ने राज्य में शनिवार 03 फरवरी एवं रविवार 04 फरवरी को भी उपार्जन केन्द्रों से धान की खरीदी सामान्य दिनों की तरह करने को कहा है. राज्य में यह पहला मौका होगा, जबकि अवकाश के दिन भी किसानों से धान खरीदी होगी.

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पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार धान खरीदी के दौरान प्रत्येक शनिवार को धान उपार्जन केन्द्रों पर लेखा मिलान का काम होता है. जबकि रविवार को सामान्य अवकाश के कारण खरीदी बंद रहती है. राज्य के किसान संगठनों ने धान खरीदी का मियाद बढ़ाने की उनकी मांग को स्वीकार करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है.

धान का उठाव भी जारी

मार्कफेड के महाप्रबंधक से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में एमएसपी पर धान बेचने के लिए चालू खरीफ सीजन में 26 लाख 85 हजार किसानों ने अपना पंजीकरण कराया है. इनमें से अब तक 24 लाख 18 हजार 694 किसान धान बेच चुके हैं.

राज्य में धान खरीदी के साथ राइस मिलों में चावल बनाने के लिए Custom Milling का काम भी समांतर रूप से जारी है. इसके लिए Rice Millers द्वारा खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव लगातार किया जा रहा है. इसके तहत अब तक 102 लाख 37 हजार 525 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए आदेश जारी किया गया है. इसके एवज में मिलर्स द्वारा 92 लाख 38 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है.

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