देश के कई राज्य हैं जहां धान की सरकारी खरीद जारी है. छत्तीसगढ़ तो ऐसा प्रदेश है जहां खरीद का इस बार रिकॉर्ड बना है. वही एक राज्य बिहार है जहां किसान धान की खरीद नहीं होने से परेशान हैं. किसानों की शिकायत है कि उपज बंपर मात्रा में होने के बावजूद धान की सरकारी खरीद नहीं हो रही है. बुधवार को मामला तब और खराब हो गया जब सरकारी रेट पर धान की खरीद नहीं होने पर कई किसानों ने विरोध के रूप में अपनी उपज को आग के हवाले कर दिया. कई किसान पैक्स में अपना धान बेचने ले गए थे. लेकिन खरीद नहीं होने पर पैक्स के सामने ही आग में बोरियों के धान को खाली कर दिया. मामला बेगूसराय जिले का है.
बेगूसराय में सरकारी रेट पर धान खरीद नहीं होने से नाराज किसानों ने पैक्स के सामने ही धान जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, धन अधिप्राप्ति (धान की खरीद) का बुधवार को अंतिम दिन था. इस वजह से दर्जनों किसान ट्रैक्टर पर धान की बोरियां लेकर पैक्स में बेचने पहुंचे थे. लेकिन पैक्स ने धान की खरीद नहीं की. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने खरीदारी के लक्ष्य को पहले ही पूरा कर लिया है. इस वजह से किसानों का धान नहीं खरीदा गया. इससे नाराज किसानों ने पैक्स के सामने ही धान की बोरियां आग में डालकर जला दी.
ये भी पढ़ें: पिछले छह साल से नहीं हुई बारिश, बूंद-बूंद पानी के लिए दुआ मांग रहा यह देश
यह पूरा मामला मटिहानी प्रखंड के साफापुर का है. साफापुर पैक्स के पैक्स अध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि साफापुर पंचायत का 1281 क्विंटल लक्ष्य निर्धारित था जो एक महीना पहले ही पूरा हो गया. लक्ष्य बढ़ाने के लिए कई बार जिला प्रशासन से अनुरोध किया गया, लेकिन इसे नहीं बढ़ाया गया. इस वजह से धान की खरीदारी नहीं की जा रही है. इससे नाराज किसान यहां धान बेचने पहुंचे थे और जब नहीं खरीदा गया तो बोरियों को आग के हवाले करने लगे. पैक्स अध्यक्ष ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को भी दी है. अब देखना होगा कि किसानों का धान सरकार खरीदती है या नहीं.
सरकार ने पैक्स को किसानों का धान खरीदने का निर्देश दिया था. शुरू में पैक्स धान खरीद को लेकर किसानों को आश्वासन देते रहे, लेकिन जब पैक्स ने धान की खरीदारी नहीं की तो किसान थक हार कर पैक्स के सामने ही धान को जलाने लगे. किसानों का आरोप है कि बाजार में धान की कम कीमत मिल रही है, जबकि सरकार का दर ज्यादा है. इसलिए वे सरकार को बेचना चाहते थे. पैक्स के आश्वासन की वजह से किसानों ने अपना धान रखा हुआ था. लेकिन अब सरकार इसे लेने से इनकार कर रही है. खरीद की समय सीमा समाप्त हो रही है.
ये भी पढ़ें: यूपी में नैनो यूरिया के दो नए प्लांट शुरू, रोजाना तैयार होगी चार लाख बोतल खाद
पैक्स अध्यक्ष अवनीश कुमार कहते हैं कि उनके पास 1201 क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य था. वह एक महीना पहले ही पूरा हो गया है. इसके बाद खरीद बंद है. एक किसान ने कहा कि धान खरीद को लेकर सांसद से बात भी हुई थी. उन्होंने डीएम से बात की और कहा कि एक-एक किसान की धान खरीदी जाएगी. किसान इसी भरोसे पर धान रखे हुए थे. आज अंतिम दिन है, लेकिन खरीद का लक्ष्य नहीं बढ़ाया गया है. इसके विरोध में किसान धान जला रहे हैं.(रिपोर्ट/सौरभ कुमार)