केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में आयुष्मान भारत का नाम प्रमुखता से शामिल है. सरकार इस योजना के तहत देश के गरीब वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य चिंता से मुक्त कर रही है. अब केंद्र के आगामी पूर्ण बजट को देखते हुए आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों को दी जाने वाली 5 लाख रुपये इलाज सुविधा को बढ़ाकर 10 लाख करने की बात कही जा रही है. इसके अलावा कई अन्य जटिल बीमारियों को भी बीमा कवर में शामिल करने पर विचार चल रहा है और अंग प्रत्यारोपण को लेकर भी सहूलियत देने का अनुमान है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की एनडीए सरकार इसी महीने जुलाई की 23 तारीख को पूर्ण बजट (Union Budget 2024) पेश करने वाली है. इस बार देश में गठबंधन की सरकार बनी है तो लोगों को बजट में कई लोकलुभावन वाली घोषणाएं होने की उम्मीद लगाई जा रही है. अनुमान जताया जा रहा है कि सरकार इस बजट में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) और आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) को लेकर बड़े ऐलान करने पर विचार कर रही है, जिसमें कवरेज लिमिट को 5 लाख को बढ़ाना प्रमुख है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एनडीए सरकार आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोज्य योजना के लाभार्थियों की संख्या और बीमा राशि दोनों को बढ़ाने पर विचार कर रही है. इसमें सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि योजना के तहत लाभार्थियों को मिलने वाली कवरेज लिमिट को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये प्रति वर्ष करने की तैयारी है. रिपोर्ट की मानें को NDA Govt अगले तीन सालों में अपनी प्रमुख आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभार्थी आधार को दोगुना करने पर विचार कर रही है.
अगर सरकार अगले तीन साल में AB-PMJAY के तहत लाभार्थियों की संख्या को बढ़ाकर दोगुना करने का ऐलान करती है, तो फिर देश की दो-तिहाई से ज्यादा आबादी को स्वास्थ्य कवर मिल सकेगा. रिपोर्ट में सूत्रों ने कहा है कि सरकार इस मामले में इसलिए विचार कर रही है, क्योंकि इलाज पर होने वाला भारी भरकम खर्च परिवारों को कर्ज के जाल में धकेलने वाले सबसे बड़े कारणों में से एक है. उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर सरकार आयुष्मान योजना की कवरेज राशि की लिमिट को मौजूदा 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने के प्रस्ताव को अंतिम रूप देने पर भी विचार-विमर्श कर रही है.
इस Budget में इन प्रस्तावों या इसके कुछ हिस्सों की घोषणा किए जाने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक अगर इन प्रस्तावों को मंजूरी मिल जाता ही तो फिर नेशनल हेल्थ अथॉरिटी द्वारा तैयार अनुमान के अनुसार सरकारी खजाने पर हर साल 12,076 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा. एक अन्य सूत्र ने कहा कि 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को मिलाकर इस योजना के तहत लगभग 4-5 करोड़ और लाभार्थी शामिल होंगे.
गौरतलब है कि Ayushman Bharat-PMJAY के लिए 5 लाख रुपये की सीमा साल 2018 में तय की गई थी. अब महंगाई और प्रत्यारोपण समेत अन्य महंगे इलाजों के मामले में परिवारों को राहत देने के उद्देश्य से इस योजना के तहत मिलने वाली कवरेज लिमिट को दोगुना करने पर विचार किया जा रहा है. यहां बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बीते 27 जून को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को भी आयुष्मान योजना में कवर किया जाएगा और उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी.