यूपी में 5 हजार से अधिक गोवंश लंपी रोग से संक्रमित, योगी सरकार ने दिए ये सख्त निर्देश

यूपी में 5 हजार से अधिक गोवंश लंपी रोग से संक्रमित, योगी सरकार ने दिए ये सख्त निर्देश

Lumpy Virus in UP: प्रमुख सचिव, पशुधन अमित कुमार घोष ने बताया कि वर्तमान में लंपी रोग से चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर सिद्धार्थनगर, बस्ती, मऊ संतकबीरनगर और महराजगंज के गोवंश प्रभावित हैं. प्रभावित जनपदों में कुल गोवंशीय पशुओं की संख्या 14,54,088 है. 

यूपी में कुल 4,325 गोवंश अभी तक उपचार से ठीक हो चुके हैं.यूपी में कुल 4,325 गोवंश अभी तक उपचार से ठीक हो चुके हैं.
नवीन लाल सूरी
  • LUCKNOW,
  • Sep 15, 2025,
  • Updated Sep 15, 2025, 9:10 AM IST

पशुओं में लगने वाली खतरनाक बीमारी लंपी स्कीन डिसीज (एलएसडी) उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रही है. इसी क्रम में योगी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रदेश के कई जनपदों में पशुओं में फैले लंपी रोग की स्थिति और उसके बचाव के लिए किए जाने वाली त्वरित कार्यवाही के संबंध में प्रमुख सचिव,पशुधन एवं दुग्ध विकास अमित कुमार घोष के साथ समीक्षा बैठक की.

यूपी के इन जिलों में लंपी रोग का कहर

प्रमुख सचिव, पशुधन अमित कुमार घोष ने बताया कि वर्तमान में लंपी रोग से चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर सिद्धार्थनगर, बस्ती, मऊ संतकबीरनगर और महराजगंज के गोवंश प्रभावित हैं. प्रभावित जनपदों में कुल गोवंशीय पशुओं की संख्या 14,54,088 है. इनमें से प्रभावित गोवंश की संख्या 5,091 है. कुल 4325 गोवंश अभी तक उपचार से ठीक हो चुके हैं. जबकि 1006 गोवंश का उपचार चल रहा है.

गोटपॉक्स वैक्सीन की उपलब्धता 49 लाख 

उन्होंने कहा कि रिंग वैक्सीनेशन प्रक्रिया में किये गए टीकाकरण गांवों की संख्या 1583 है, कुल टीकाकरण की संख्या 3,44,000 है. 

पशुओं के लंपी रोग से बचाव के लिए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने की समीक्षा बैठक

बेल्ट वैक्सीनेशन प्रक्रिया में किये गये टीकाकरण गांवों की संख्या 545 तथा टीकाकरण की संख्या 1,22,979 है. प्रदेश में गोटपॉक्स वैक्सीन की उपलब्धता 49 लाख है.

मोबाइल वेटनरी यूनिट से गोवंशों का उपचार

जनपद देवरिया में मुख्यालय से 1 संयुक्त निदेशक तथा 16 पशु चिकित्सकों की अतिरिक्त टीम टीकाकरण एवं उपचार तथा एलएसडी के प्रभावी नियंत्रण हेतु 7 सितंबर को भेजी गई. जनपद कुशीनगर में मुख्यालय से 1 संयुक्त निदेशक तथा 6 पशु चिकित्सकों की अतिरिक्त टीम टीकाकरण एवं उपचार तथा एलएसडी के प्रभावी नियंत्रण हेतु 7 सितंबर को भेजी गई है. प्रभावित जनपदों में कार्यरत मोबाइल वेटनरी यूनिट के समस्त स्टाफ को मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के निर्देशन में एलएसडी प्रभावित गोवंशों के उपचार एवं टीकाकरण को लेकर निर्देशित किया गया.

फागिंग और सैनिटाइजेशन के निर्देश

घोष ने आगे बताया कि समस्त मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को जनपद के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी समस्त उप जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों के साथ बैठक कराकर ग्राम स्तर पर जागरूकता, साफ-सफाई एवं मख्खी मच्छर की रोकथाम हेतु फागिंग, सैनिटाइजेशन आदि सुनिश्चित कराये जाने के लिए निर्देश दिये गए.

गोवंशों का होगा डेथ आडिट

उन्होंने बताया कि समस्त मंडलीय अपर निदेशक ग्रेड-2,मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ निरंतर संवाद करने तथा वास्तविक स्थिति से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया. इसके साथ ही प्रत्येक मृत गोवंश का डेथ आडिट कर मृत्यु का सही जानकारी के लिए निर्देशित किया गया. कृषि मंत्री शाही द्वारा यह भी बताया गया कि कोई भी जनपद पूर्णतया प्रभावित नहीं है वरन छिटपुट केसेज प्राप्त हो रहे हैं, जिन्हें प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा रहा है. इससे पशुपालक किसानों को पशुधन हानि से बचाया जा सके.

कैसे फैलता है लंपी रोग?

लंपी एक छुआछूत की बीमारी है जो एक पशु से दूसरे में बहुत तेज़ी से फैलती है. यह बीमारी मुख्य रूप से मच्छर, मक्खी और किलनी जैसे खून चूसने वाले कीड़ों के काटने से फैलती है. जब कोई बीमार पशु के संपर्क में स्वस्थ पशु आता है या उसकी लार से दूषित चारा-पानी खा-पी लेता है, तो वह भी संक्रमित हो जाता है. इस बीमारी की शुरुआत में पशु को तेज बुखार आता है.

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