Goat Vaccination in Monsoon मॉनसून यानि बरसात के मौसम छोटे हों या बड़े सभी पशुओं को बीमारियां घेर लेती हैं. इस दौरान वायरल और संक्रमण वाली दोनों तरह की बीमारियां पशुओं के लिए जानलेवा साबित होती हैं. हालांकि एनिमल एक्सपर्ट तो यही कहते हैं कि मॉनसून की शुरुआत में ही कुछ ऐसे उपाय अपना लें जिससे बीमारियां पशु पर अटैक ही न करें. वहीं ये भी सलाह देते हैं कि तय वक्त के मुताबिक अगर पशुओं का वैक्सीनेशन यानि टीकाकरण करा लिया जाए तो फिर किसी भी बीमारी का कोई खतरा ही नहीं रहता है. इसके लिए पशुपालन से जुड़े सभी विभाग वैक्सीनेशन से जुड़ा चॉर्ट मॉनसून के दौरान जरूरी जारी करते हैं.
क्योंकि बरसाती बीमारियों की रोकथाम के लिए सबसे बढि़या उपाय है टीकाकरण. बड़े पशु ही नहीं बकरियों के मामले में भी टीकाकरण करवाकर बकरे-बकरियों को खुरपका, बकरी की चेचक, बकरी की प्लेग जैसी बीमारियों समेत पैरासाइट से बचाया जा सकता है. जरूरत बस अलर्ट रहने की है. जरा सी भी लापरवाही होने पर एक बकरी में हुई बीमारी पूरे फार्म में फैल सकती है.
गोट एक्सपर्ट का कहना है कि उम्र, मौसम और बीमारी के हिसाब से बकरियों को तमाम तरह की बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण सीआईआरजी की ओर से जारी किए गए चार्ट को देखकर ही कराना चाहिए. जैसे,
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