FMD Free Zone: किसी भी राज्य और शहर को FMD फ्री घोषि‍त कराने के ये हैं नियम, पढ़ें डिटेल 

FMD Free Zone: किसी भी राज्य और शहर को FMD फ्री घोषि‍त कराने के ये हैं नियम, पढ़ें डिटेल 

FMD Free City प्रोडक्ट एक्सपोर्ट के दौरान खासतौर से डेयरी प्रोडक्ट और बोवाइन मीट के मामले में खासी जांच-पड़ताल होती है. भारत भी अपने डेयरी प्रोडक्ट और बोवाइन मीट एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए हर संभव कोशि‍श कर रहा है. लेकिन खुरपका-मुंहपका (FMD) बीमारी एक्सपोर्ट की राह में रोड़ा बनी हुई है. एक्सपोर्ट तभी बढ़ेगा जब एफएमडी को कंट्रोल किया जा सकेगा. 

नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Jun 18, 2025,
  • Updated Jun 18, 2025, 2:11 PM IST

FMD Free City शायद ही कोई ऐसा देश होगा जो पशुओं की खुरपका-मुंहपका (FMD) बीमारी से परेशान न हो. जहां भी ऐसे पशु हैं जिनके खुर के बीच में जगह (गैप) है तो वहां ये बीमारी होनी ही है. भारत भी इस बीमारी से परेशान है. इसका सीधा असर पशुओं के दूध उत्पादन और उनकी जिंदगी पर पड़ता है. इलाज के नाम पर अभी इसका सिर्फ टीका ही बना है. लेकिन, एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो टीके और बायो सिक्योरिटी को अपनाकर एफएमडी को कंट्रोल किया जा सकता है. और इस तरह किसी एक खास इलाके और शहर-राज्य को एफएमडी फ्री घोषि‍त कराया जा सकता है. 

लेकिन इसके लिए वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ एनीमल हैल्थ (WOAH) की बनाई गई गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करना होता है. इसी के आधार पर केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने देश के नौ राज्यों को एफएमडी फ्री बनाने का मिशन छेड़ा हुआ है. क्योंकि बहुत सारे ऐसे देश हैं जो भारत से डेयरी प्रोडक्ट और बोवाइन मीट खरीदना चाहते हैं. लेकिन इस खरीद के बीच में पशुओं की एफएमडी बीमारी आड़े आ जाती है. 

ये नियम माने तो FMD फ्री बनेगा शहर

एफएमडी फ्री राज्य या जोन बनाने के लिए पहले खुद घोषित करना होता है कि ये राज्य या इलाका एफएमडी फ्री हो चुका है. इसकी सूचना WOAH को भी दी जाती है. इस सूचना के बाद तथ्यों की जांच की जाती है कि क्या वाकई एफएमडी फ्री बनाने में गाइड लाइन का पालन किया गया है या नहीं. खासतौर से कुछ बिन्दुओं पर जांच की जाती है. जैसे, 

  • जिस राज्य को एफएमडी फ्री घोषि‍त किया जा रहा है वहां बीते दो साल में कोई केस नहीं आया. 
  • राज्य में दो दौर के टीकाकरण के दौरान 95 फीसद टीकाकरण हो चुका हो.  
  • राज्य में 100 फीसद केस ट्रेसेबिलिटी हो.
  • राज्य में सीरो मॉनिटरिंग 80 फीसद से ज्यादा हो.
  • राज्य के बार्डर पर एसओपी के साथ पशु ट्रांसपोर्टेशन की जांच की जा रही हो.
  • पीसीआईसीडीए अधिनियम 2009 की धारा 6 के तहत एफएमडी नियंत्रण क्षेत्र की अधिसूचना जारी हो.

देश के ये 9 राज्य बन सकते हैं एफएमडी फ्री 

केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मुताबिक सीरो-सर्विलांस के आधार पर कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात को एफएमडी फ्री जोन बनाने की तैयारी चल रही है. इसी के चलते एनीमल प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट बढ़ाने में मदद मिलेगी.

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