भारत के ग्रामीण इलाकों में पोल्ट्री फार्मिंग एक बेहतरीन व्यवसाय है. मौजूदा समय में पोल्ट्री फार्मिंग आमदनी के सबसे बेहतर विकल्प के तौर पर उभर कर सामने आया है. मुर्गी पालन से बड़ी संख्या में किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं. सरकार भी किसानों को मुर्गी पालन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर किसानों को इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए सब्सिडी भी देती हैं. इसके अलावा कई बैंक भी पोल्ट्री फार्मिंग यूनिट की शुरुआत करने के लिए लोन देते हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी कि SBI भी पोल्ट्री फार्म का कारोबार शुरू करने के लिए लोन देता है. एसबीआई किसानों को 75 प्रतिशत तक लोन उपलब्ध कराता है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुर्गी पालन शुरू करने के लिए कुल लागत का 75 प्रतिशत तक लोन देता है. वहीं आपको पोल्ट्री फार्मिंग करने के लिए मात्र 25 प्रतिशत पैसा ही अपनी जेब से खर्च करने होंगे. खास बात यह है है कि लोन लेने से पहले आपको बैंक को प्रोजेक्ट बनाकर देना होगा. इसके बाद प्रोजेक्ट के आधार पर बैंक आपको लोन देगा.
मुर्गी पालन के लिए एसबीआई से अधिकतम 9 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. लोन पर ब्याज दर की शुरुआत 10.75 फीसदी से होती है. यह लोन 3 से 5 साल की के लिए दिया जाता है. अगर आप लोन लेते हैं तो 3 से 5 साल के अंदर पूरी किस्त चुकानी होगी.
ये भी पढ़ें:- किसान ध्यान दें, इस तारीख तक जरूर करा लें अपनी फसलों का बीमा, बाद में बढ़ सकती है परेशानी
मुर्गी पालन पर लोन लेने के लिए किसान अपने नजदीकी स्टेट बैंक की शाखा में विजिट करें. यहां पर बैंक अधिकारी उन्हें लोन संबंधी सारी जानकारी देंगे. जानकारी लेने के बाद आपको लोन के लिए एक प्रोजेक्ट बनाकर बैंक को देना होगा. प्रोजेक्ट में बताना होगा कि मुर्गी पालन शुरू करने में कितना खर्च आएगा. यदि आपके द्वारा दिए गए प्रोजेक्ट को बैंक स्वीकार कर लेता है, तो लोन की रकम बैंक की ओर से आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया किसानों को मुर्गी पालन पर लोन देता है. इसके लिए आपको तकरीबन 10 हजार मुर्गियों से पोल्ट्री फार्म की शुरुआत करनी होगी. आपको मुर्गी पालन पर नाबार्ड से अधिकतम 27 लाख का लोन दिया जाएगा. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप नाबार्ड (https://www.nabard.org/) की अधिकारिक वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं.