Animal Shed: दूध उत्पादन बढ़ाने में बहुत मायने रखता भैंस और बछड़े के खाने की नांद-शेड का साइज

Animal Shed: दूध उत्पादन बढ़ाने में बहुत मायने रखता भैंस और बछड़े के खाने की नांद-शेड का साइज

Animal Shed Design खाने की नांद का डिजाइन कुछ इस तरह से रखा जाए कि पशुओं को खाने के लिए ना तो बहुत नीचे गर्दन झुकानी पड़े और ना ही ज्यादा सीधे खड़े होकर खाने की कोशिश करनी पड़े. वहीं शेड के अंदर घूमने-फिरने में भैंस को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. अगर उत्पादन बढ़ाना है और पशुओं को हेल्दी रखना है तो मानक अपनाने होंगे. 

नासि‍र हुसैन
  • New Delhi,
  • Dec 02, 2025,
  • Updated Dec 02, 2025, 3:48 PM IST

Animal Shed Design गाय-भैंस और बछ़ड़ा नांद में चारा खा रहे हैं या फिर किसी बर्तन में. अगर एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो चारे की नांद हो या बर्तन उसके साइज और वो कितनी ऊंचाई पर रखा गया है ये बहुत मायने रखता है. आपको सुनने में ये बात अजीब लग सकती है, लेकिन गाय-भैंस और बछड़ों के शेड और खाने की नांद के डिजाइन का असर उनके खानपान पर बहुत पड़ता है. यही वजह है कि पशुओं के लिए शेड और नांद बनवाते वक्त साइज और उसे रखने के मानकों को पूरा करने पर बहुत जोर दिया जाता है. क्योंकि, अगर मानकों का पालन नहीं किया गया तो फिर पशुओं को अच्छी से अच्छी खुराक देने पर भी उनका उत्पादन नहीं बढ़ेगा. 

इसलिए शेड बनवाते वक्त सबसे पहले भैंस को विपरीत मौसम से बचाने वाले शेड का निर्माण कराया जाना चाहिए. दूसरा वो ऐसा होना चाहिए जहां भैंस आराम बिना किसी तनाव के दूध दे सके. शेड और नांद के डिजाइन पर इसलिए भी शुरआत में जोर दिया जाता है कि जब भैंस गाभिन हो तो उसे गर्भपात वाली परेशानियों से बचाया जा सके. हीट वेव के दौरान भैंस सुराक्षित रहे और उसका उत्पादन ना गिरे.

ऐसा हो नांद-शेड का डिजाइन 

  • भैंस का शेड तीन तरफ से पांच फीट ऊंची दीवार से घिरा होना चाहिए.
  • शेड में जहां नांद बनाई जाए वहां दीवार नहीं होनी चाहिए. 
  • ख्याल रहे कि नांद हमेशा उत्तर दिशा में बनानी चाहिए. 
  • नांद का डिजाइन ऐसा होना चाहिए जिसमे आसानी से चारा डाला जा सके. 
  • जवान भैंस के लिए नांद की जमीन से ऊंचाई 50 सेमी होनी चाहिए.
  • बछड़ों की खुराक के लिए नांद की जमीन से ऊंचाई 20-25 सेमी होनी चाहिए.
  • भैंस-बछड़ों के लिए नांद की गहराई 40 और 20 सेमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
  • शेड के अंदर नांद के पास पांच फीट चौड़ा, बिना फिसलन वाला फर्श होना चाहिए. 
  • शेड के अंदर आसानी से साफ होने वाला और थोड़ा ढलान वाला फर्श होना चाहिए.
  • शेड के कवर्ड एरिया का फर्श शेड की खुली जमीन से थोड़ा ऊपर होना चाहिए.
  • शेड के ओपन एरिया में पीने के पानी के लिए एक टंकी बनाई जानी चाहिए. 
  • एनिमल शेड की सभी नालियां पूरी तरह से ढकी हुई होनी चाहिए. 
  • शेड में एक भैंस के लिए कवर्ड एरिया 30-40, ओपन एरिया 800-1000 वर्ग फुट होना चाहिए.
  • शेड में बछड़ों के लिए कवर्ड एरिया 20-25, ओपन एरिया 50-60 वर्ग फुट होना चाहिए.
  • चारे के लिए भैंस की नांद के पास कवर्ड एरिया में ढाई से तीन फीट की जगह होनी चाहिए. 
  • चारे के लिए नांद की जगह के पास बछड़े के लिए कवर्ड एरिया में डेढ़ फीट की जगह होनी चाहिए. 
  • शेड की छत पाइप और एंगल आयरन पर एस्बेस्टस शीट के साथ थोड़ी ढलान वाली बनानी चाहिए.
  • लागत कम करने को एस्बेस्टस, टिन की चादरों की तुलना में छप्पर की छत भी बनाई जा सकती है.

ये भी पढ़ें- Poultry India Expo: हैदराबाद में अंडे-मुर्गी को ब्रांड बनाने पर हो रही चर्चा, जानें क्या है वजह

ये भी पढ़ें-  जरूरत है अंडा-चिकन को गांव-गांव तक पहुंचाकर नया बाजार तैयार किया जाए-बहादुर अली

MORE NEWS

Read more!