Goat Stress: बकरे-बकरियों के मौसमी स्ट्रेस को दूर करेगी ये हर्बल दवाई, कम नहीं होगा दूध 

Goat Stress: बकरे-बकरियों के मौसमी स्ट्रेस को दूर करेगी ये हर्बल दवाई, कम नहीं होगा दूध 

Goat Stress Medicine बकरे-बकरी खाना पीना कम कर देती हैं. उनके रोजाना के व्यवहार में फर्क आ जाता है. दूध का हो या मीट का उत्पादन उस पर भी असर दिखाई देने लगता है. कई बार तो लगातार स्ट्रेस के चलते बकरे-बकरी बीमार भी हो जाते हैं. इसी स्ट्रेस को कम करने के लिए केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा ने एक हर्बल दवाई बनाई है.

बकरी का दूध बकरी का दूध
नासि‍र हुसैन
  • New Delhi,
  • Aug 19, 2025,
  • Updated Aug 19, 2025, 5:09 PM IST

 Goat Stress Medicine मौसम सर्दी-गर्मी का हो या बरसात का, पशु अक्सर तनाव (स्ट्रेस) में आ जाते हैं. बकरे-बकरियों के साथ भी कुछ ऐसा ही है. गर्मियों में बकरे-बकरियां चढ़ते तापमान से परेशान रहते हैं. लू (हीट वेव) सबसे ज्यादा परेशान करती है. वहीं सर्दियों के मौसम में ठंड के चलते तनाव बढ़ जाता है. बरसात के दिनों में मौसम का उतार-चढ़ाव भी प्रभावित करता है. जिसका सीधा असर पशुओं की उत्पादकता पर दिखाई देता है. वहीं पशु के बीमार पड़ने पर खर्चा भी बढ़ जाता है. लेकिन सबसे बड़ा नुकसान दूध कम होने का होता है. 

कैसे पता करें बकरे-बकरी स्ट्रेस में हैं 

  • सीआईआरजी के डायरेक्टर मनीष कुमार चेटली ने इस बारे में कुछ टिप्स दिए हैं. 
  • गर्भधारण और दूध देने के वक्त आमतौर पर बकरी स्ट्रेस में होती है. 
  • कई बार मौसम परिवर्तन के चलते बकरियां स्ट्रेस में आ जाती हैं. 
  • स्ट्रेस का पूरा असर बकरे-बकरी से जुड़े उत्पादन पर पड़ता है. 
  • सिर्फ बकरियां ही स्ट्रेस में आती हैं, बकरे भी इसका शिकार होते हैं. 
  • स्ट्रेस का पता ऐसे चलता है कि बकरे और बकरियां चारा ठीक से नहीं खाते हैं. 
  • बकरियों का दूध देना कम हो जाता है और वजन सामान्य तरीके से नहीं बढ़ता है. 
  • सेहत गिरने लगती है और बकरे और बकरियां दोनों ही सामान्य व्यवहार नहीं करते हैं.  
  • सीआईआरजी ने इस दवाई को एंटी स्ट्रेस नाम दिया गया है. 
  • यह दवाई पूरी तरह से हर्बल प्लांट्स से बनी हुई है. 

हर्बल दवाई से कैसे होगा स्ट्रेस का इलाज 

मनीष कुमार चेटली का कहना है कि पशु पालन के मामले में सबसे बड़ी परेशानी उत्पादन की आती है. फिर वो चाहें दूध का हो या मीट का. बकरी के मामले में यह दोनों ही बातें फिट बैठती हैं. बकरियों में स्ट्रेस की इसी परेशानी को दूर करने के लिए हमारे संस्थान में डॉ. अशोक कुमार, डॉ. यूबी चौधरी और डॉ. पीके राउत ने इस एंटी स्ट्रेसर को बनाने का काम किया है. बीते कई साल से इस पर काम चल रहा था. एंटी स्ट्रेसर का इंडियन पेटेंट भी कराया गया है. 

निष्कर्ष-

स्ट्रेस छोटे-बड़े सभी तरह के पशुओं पर असर डालता है. इसलिए ये जरूरी है कि बदलते मौसम के साथ ही पशुओं के रहन-सहन, खुराक और हैल्थ इश्यू पर पूरा ध्यान रखा जाए. क्योंकि एक्सपर्ट का कहना है कि पशु खुश होगा तो वो उत्पादन भी अच्छा देगा. 
 

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