झारखंड में खोला गया पहला पशु अस्पताल, इस नंबर पर फोन करके पशुपालक ले सकते हैं सलाह

झारखंड में खोला गया पहला पशु अस्पताल, इस नंबर पर फोन करके पशुपालक ले सकते हैं सलाह

पशुपालकों को राहत पहुंचाने के तहत राजधानी रांची के पशुपालन भवन में आदर्श हॉस्पिटल एवं वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन सेंटर का उद्घाटन किया गया. कृषि, पशुपालन  एवं सहकारिता मंत्री बादल ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर बताया गया कि टेलीमेडिसीन नंबर 9431389764 पर फोन या व्हाट्सएप कॉल करके सुविधा का लाभ लिया जा सकता है.

पशु अस्पताल का हुआ उद्घाटन                                               फोटोः आईपीआरडीपशु अस्पताल का हुआ उद्घाटन फोटोः आईपीआरडी
पवन कुमार
  • Ranchi,
  • Nov 07, 2023,
  • Updated Nov 07, 2023, 9:07 AM IST

झारखंड में पशुपालकों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने एक अच्छी पहल की है. इससे राज्य के पशुपालकों को और पशुओं को फायदा होगा. क्योंकि अब बीमार पड़ने के बाद पशुओं की मौत नहीं होगी, बल्कि उनका बेहतर इलाज होगा. राज्य में पशुओं को बेहतर इलाज की सुविधा मिले इसके लिए राज्य में पहला पशु अस्पताल खोला गया है. इसके साथ ही  राज्य में वेटरिनरी यूनिर्सिटी की स्थापना हेतु पहल की जा रही है इसके लिए बजट  उपबंध भी कर लिया है. पशुपालकों को राहत पहुंचाने के तहत राजधानी रांची के पशुपालन भवन में आदर्श हॉस्पिटल एवं वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन सेंटर का उद्घाटन किया गया. कृषि, पशुपालन  एवं सहकारिता मंत्री बादल ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर बताया गया कि टेलीमेडिसीन नंबर 9431389764 पर फोन या व्हाट्सएप कॉल करके सुविधा का लाभ लिया जा सकता है.

इस मौके पर कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार सरकार में सिस्टम से लेकर रिस्पॉन्स तक सब कुछ बदल रहा है. राज्य में ऐसे पशु चिकित्सालय की सख्त जरूरत महसूस की जा रही थी  और आज इसका शुभारंभ कर दिया गया है. उन्होंने राज्य भर से आए पशु चिकित्सकों और पशु पालक व पशु सखियों को संबोधित करते हुए कहा कि केरल के दौरे के बाद उन्हें यह महसूस हुआ कि कृषि पशुपालन के क्षेत्र में झारखं काफी पीछे हैं. पर कब तक राज्य में केरल का उदाहरण पेश करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में समृद्ध किसानों, समृद्ध पशुपालकों की परिकल्पना को साकार करने के काम तो करना ही होगा. 

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पशुपालन हो सकता है बेहतर व्यवसाय

कृषि मंत्री ने कहा कि हमारे यहां प्रतिभाएं हैं, न्यूनतम संसाधनों में  बेहतर काम करने वाले पशु चिकित्सक हैं, जो उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं, ये हमारे लिए बड़ी बात है. राज्य के सभी प्रखंडों और 23 जिलों में अस्पतालों का कायाकल्प हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं, इसके लिए बजट को मल्टीपल किया जा रहा है. चिकित्सक पशुपालकों को पशुओं की बीमारी को लेकर  मेंटली काउंसलिंग कर सकते हैं, इससे उनका मर्ज आधा हो जायेगा. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम का मिजाज बदल रहा है इसलिए पशुपालन क्षेत्र कृषि का वैकल्पिक व्यवसाय बन सकता है. हमें दशहरा के पहले दुग्ध उत्पादकों को 3 रुपए प्रति किलो की बोनस की राशि उनके खाते में भेजी उसका नतीजा ये हुआ की लोगों में सरकार के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ. 

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शुरू किए जाएंगे 236 पशु एंबुलेंस

कृषि मंत्री बादल ने कहा कि जल्द ही राज्य में 236  पशु एंबुलेंस  की शुरुवात होने जा रही है. पहले 23 और 66 नया पशु चिकित्सकों की नियुक्ति की गई हैं और अन्य रिक्तियां भी भरने की प्रक्रिया की जा रही है. कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दिक ने कहा कि आज के दौर में तकनीक से अपग्रेड रहने की जरूरत है. आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी के माध्यम से बड़े बड़े इलाज हो रहे हैं. वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन तभी सफल होगा जब आप कॉल करने वाले को तुरंत रिस्पॉन्स देंगे. व्हाट्सएप कॉल पर संबंधी बीमारी की दवाई बताने की बजाय व्हाट्सएप मैसेज का इस्तेमाल करना ज्यादा उचित होगा. पशुपालन विभाग के निदेशक आदित्य रंजन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पशुओं के इलाज के लिए राज्य में पहला 24*7 अस्पताल शुरू हुआ है जिसमें डॉक्टर और पैथोलॉजी के जानकर 24 उपलब्ध रहेंगे.  विभाग फेज वार राज्य में 100 -100 अस्पताल के कायाकल्प का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. 
 
 

 

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