केरल ही नहीं देश के इस हिस्‍से में भी समय से पहले पहुंचेगा मॉनसून, सुपरस्‍पीड से बढ़ा आगे

केरल ही नहीं देश के इस हिस्‍से में भी समय से पहले पहुंचेगा मॉनसून, सुपरस्‍पीड से बढ़ा आगे

मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्यों में मॉनसून समय से काफी पहले यानी 28 मई को ही दस्‍तक दे देगा. केरल की ही तरह सामान्‍यतौर पर नॉर्थ ईस्ट में भी मानसून की एंट्री 5 जून तक होती है हालांकि पिछली बार 30 मई को ही क्षेत्र में मॉनसून पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि इस साल और तेजी से यहां पर मॉनसून के सक्रिय होने की संभावना है. 

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केरल ही नहीं देश के इस हिस्‍से में भी समय से पहले पहुंचेगा मॉनसून, सुपरस्‍पीड से बढ़ा आगेदेश में मॉनसून का बेसब्री से इंतजार

भयंकर गर्मी से तप रहे देश में सबको इस समय मॉनसून का इंतजार है. भारत की सीमा में मॉनसून की दस्तक यूं तो 13 मई को ही हो चुकी है. एंट्री अंडमान निकोबार द्वीप समूह में हुई है जो कि बंगाल की खाड़ी का एक हिस्सा है. श्रीलंका और मालदीव्स जैसे देश होते हुए अब मॉनसून का इंतजार भारत के बाकी हिस्‍सों में बेसब्री से हो रहा है. आमतौर पर मई के आखिरी हफ्ते या जून की शुरुआत में यह सिस्टम केरल में एक्टिव होता है. लेकिन इस बार मॉनसून इसी महीने में केरल के अलावा एक और हिस्‍से में समय से पहले दस्‍तक देने वाला है. 

पूर्वोत्तर भारत में होगी एंट्री 

मौसम विभाग ने पिछले दिनों अगले दो हफ्ते के लिए बारिश की भविष्यवाणी जारी की है. इसके मुताबिक केरल में मानसून की शुरुआत 22 से 28 मई के बीच हो सकती है. पूर्वानुमान यही है कि केरल में 25 से 27 मई के बीच ही अच्छी खासी बारिश की दस्तक होगी. यह खुशखबरी देश के सुदूर नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के लिए भी है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार नॉर्थ ईस्ट के कुछ राज्यों में मॉनसून समय से काफी पहले यानी 28 मई को ही दस्‍तक दे देगा. केरल की ही तरह सामान्‍यतौर पर नॉर्थ ईस्ट में भी मानसून की एंट्री 5 जून तक होती है हालांकि पिछली बार 30 मई को ही क्षेत्र में मॉनसून पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि इस साल और तेजी से यहां पर मॉनसून के सक्रिय होने की संभावना है. 

ग्लोबल सिस्टम भी हैं फेवरेबल

इस साल मॉनसून अगर तेजी से आगे बढ़ रहा है तो उसके लिए स्‍थानीय सिस्‍टम के साथ-साथ ग्लोबल सिस्टम भी अपनी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. पूरे मॉनसून महीने में एल नीनो सिस्टम जिसको ENSO कहा जाता है के साथ-साथ Indian Ocean Dipole (IOD) के भी न्यूट्रल रहने की भविष्यवाणी की गई है. यह दोनों सिस्टम समुद्र के तापमान पर निर्भर करते हैं. इनके फेवरेबल रहने की वजह से सिर्फ साउथ और नॉर्थ ईस्ट के अलावा देश के बाकी हिस्सों में भी मॉनसून न सिर्फ बेहतर रहेगा बल्कि इसके जल्दी सक्रिय होने की भी उम्‍मीदें हैं. 

भीषण गर्मी में झुलसा यूपी 

देश में मॉनसून के इंतजार के बीच ही उत्‍तर भारत के कई राज्‍य भीषण गर्मी की चपेट में हैं. उत्‍तर प्रदेश के बांदा जिले में शुक्रवार को भारत में सबसे ज्‍यादा तापमान दर्ज किया गया है. इसके साथ ही यूपी में लू का अलर्ट भी जारी किया गया है. बांदा में शुक्रवार को दिन का तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग (आईएमडी) की मानें तो राज्य के कई हिस्सों में रविवार तक भीषण लू की स्थिति का अनुमान लगाया है. आईएमडी के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने कहा, 'उत्‍तर प्रदेश के बांदा जिले में शुक्रवार को 46.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो पूरे देश में दिन का सबसे अधिक तापमान था.'   

प्रशासन को दिए गए निर्देश 

राज्य के कई हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया. दोपहर 2:30 बजे झांसी में दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके बाद फुरसतगंज और वाराणसी (44 डिग्री), सुल्तानपुर (43.8 डिग्री) और आगरा (42.8 डिग्री) का स्थान रहा. लखनऊ में अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार को बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, कन्‍नौज, कानपुर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर में लू चलने की आशंका है. राज्य सरकार ने संबंधित जिला प्रशासन को आवश्यक सावधानी बरतने और निवासियों को लू से बचाने के लिए उपाय लागू करने का निर्देश दिया है. रात का तापमान भी ज्‍यादातर जगहों पर सामान्य से ज्‍यादा रहा.  

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