उत्तर भारत समेत पूरे उत्तर प्रदेश में इनदिनों भीषण ठंड के साथ ही शीतलहर का कहर लगातार जारी है. वही मौसम विभाग ने बढ़ती ठंड और शीतलहर के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 60 जिलों में रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है. उत्तर प्रदेश के जिन 60 जिलों में वेदर अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में पश्चिमी यूपी के अलावा पूर्वांचल के भी कई जिले शामिल हैं. प्रदेश में बीते 24 घंटों की तुलना में न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री कम यानि 6.7 डिग्री दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक प्रदेश में ऐसे ही मौसम रहने की संभावना है.
ऐसे में आमलोगों के अलावा किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है. किसान इस दौरान कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सुझाए गए उपाय को अपनाकर अपनी फसलों का विशेष ध्यान रखें. साथ ही अपने खेत में विशेष तैयारी के साथ जाएं, ताकि शरीर पर ठंड और शीतलहर का कोई प्रभाव नहीं पड़ें.
आमतौर पर मौसम विभाग सर्दी के मौसम में बढ़ती ठंड और शीतलहर को लेकर कई बार रेड, ऑरेंज, येलो और ग्रीन अलर्ट जारी करता है. वही कई लोगों को इसका मतलब नहीं पता होता है. ऐसे में आइए आज विस्तार से जानते हैं मौसम विभाग के इन अलर्ट या चेतावनी का क्या मतलब होता है-
मौसम विभाग द्वारा कई बार ग्रीन अलर्ट जारी करता है. इस अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम आज ठीक है. आज मौसम से संबंधित कोई गंभीर स्थिति नहीं पैदा होगी. वही मौसम विभाग की तरफ से मौसम की इस स्थिति में कोई अलर्ट नहीं जारी किया जाता है, बल्कि बस यह बता दिया जाता है कि मौसम साफ और ठीक है.
मौसम विभाग द्वारा सर्दी के मौसम में कई बार येलो अलर्ट जारी किया जाता है. मौसम विभाग का यह अलर्ट बताता है कि आज मौसम और अधिक खराब हो सकता है, कोई भी दिक्कत आ सकती है, इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है.
मौसम विभाग के द्वारा सर्दी के मौसम कई बार ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. इसका मतलब होता है कि जिस स्थान के लिए मौसम विभाग द्वारा ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहां पर गंभीर शीतलहर (Cold Wave) की स्थिति है. इस स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों को तैयार रहने की जरूरत है. साथ ही लोगों को भी घर से बाहर जाने से पहले सावधानी बरतने की जरूरत है.
सर्दी के मौसम ठंड को लेकर कई बार मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इसका मतलब होता है कि शीतलहर को लेकर गंभीर चेतावनी है. वही गंभीर शीतलहर की स्थिति 2 दिन या इससे ज्यादा दिनों तक जारी रह सकती है. इसके साथ ही मौसम की इस स्थिति से निपटने के लिए जरूरी निर्देश दिए जाते हैं.
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