राजस्थान में अचानक मौसम ने करवट ली है और बारिश का दौर शुरू हो चुका है. प्रदेश के 20 जिलों में हल्की-फुल्की बूंदाबांदी और बारिश देखने को मिली है. 27 दिसंबर को सुबह से ही जयपुर. अजमेर, सीकर, भरतपुर, बूंदी, कोटा, चूरू, झुंझुनू, सवाई माधोपुर, धौलपुर सहित सभी प्रमुख जगहों पर घना कोहरा दिखाई दिया. मौसम विभाग की तरफ से आगामी 29 दिसंबर तक सर्दी बढ़ने और कोहरे की चादर रहेगी. अचानक हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. माउंट आबू में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. इस बारिश ने कई रबी फसलों के चौपट होने का खतरा बढ़ा दिया है.
अचानक बदले मौसम के बाद बूंदाबांदी शुरू हो चुकी है तो हल्की बारिश से किसानों की फसलें खराब होने लगी हैं. अलवर में जहां प्याज की फसल खराब हुई है तो सरसों की फसल पर भी खतरा मंडराने लगा है. अलवर, जयपुर, अजमेर, सीकर सहित राजस्थान के 20 से ज्यादा जिलों में 26 तारीख की रात से ही बारिश का दौर शुरू हो गया और सुबह तक हल्की बूंदाबांदी चलती रही. अचानक हुई बारिश से गेहूं, चना, जौ के साथ टमाटर और कुछ फसलों के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित होगी. जबकि प्याज सरसों सहित अन्य सब्जियों वाली फसलों के लिए यह बारिश नुकसानदाई है. खेत में पड़ी हुई प्याज की फसल किसानों की खराब हो गई जिससे किसान परेशान हैं.
इस बारिश के बाद सर्दी का प्रभाव बढ़ेगा. तो वही तीन दिनों तक पूरे प्रदेश में कोहरे की चादर रहने के आसार हैं. जोधपुर में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अचानक बारिश हुई. राजसमंद में भी बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया. ठंड के कारण लोगों को घर से निकलने में परेशानी हो रही है. सीकर के दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव के पास बैठे नजर आए. अजमेर सहित आसपास के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है. बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. राजस्थान में फतेहपुर का तापमान 3.8 और माउंट आबू में तापमान सबसे कम तीन डिग्री दर्ज किया गया.
मौसम विभाग की मानें तो आगामी कुछ दिनों तक कोहरे की चादर रहेगी और प्रदेश में ओलावृष्टि होने की भी संभावना है. बारिश से कुछ जगह पर किसान खुश हैं तो कुछ क्षेत्रों में किसान परेशान हैं. बारिश से जहां मावठ हुई है, वहां गेहूं की फसल के लिए यह सबसे फायदेमंद है क्योंकि बारिश के बाद रात का तापमान 3 से 4 डिग्री रहेगा. ऐसे में गेहूं की फसल बेहतर तैयार होगी.
उधर गुरुवार देर शाम अजमेर में मौसम ने करवट ली. शहर के विभिन्न इलाकों में बूंदाबांदी और मावठ की खबरें सामने आईं जिससे सर्दी का असर और गहरा गया. ग्रामीण क्षेत्रों से भी मावठ गिरने की जानकारी मिल रही है. मौसम के इस बदलाव ने किसानों के चेहरों पर रौनक ला दी है. यह मावठ किसानों के लिए फसल विशेषकर गेहूं, जौ और सरसों की पैदावार के लिए बेहद फायदेमंद मानी जा रही है. वहीं ठंड बढ़ने से आमजन की दिनचर्या प्रभावित हुई है.
सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम हो गई, और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए. शहर के प्रमुख बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर सन्नाटा छा गया. कई जगहों पर लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जलाते नजर आए. ग्रामीण क्षेत्रों में भी ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है. साथ ही हल्की बारिश के आसार भी हैं. पहली मावठ ने जहां किसानों को राहत दी है, वहीं आम लोगों के लिए यह ठंड का एक और चुनौतीपूर्ण दौर लेकर आई है. प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.(हिमांशु शर्मा और चंद्रशेखर शर्मा की रिपोर्ट)
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