दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आ गया है. पहाड़ी स्थानों पर भी पारा गिरने लगा है और मैदानी इलाकों में तापमान सामान्य से कम रिकॉर्ड हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग (आईएमडी) का कहना है दक्षिण भारत में चक्रवात 'शक्ति' का असर अब तक देखने को मिल रहा है. ताजा बुलेटिन के अनुसार जहां देश के उत्तरी और मध्य भागों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी शुरू हो गई है तो वहीं दक्षिण भारत के कई राज्यों में ‘चक्रवात शक्ति’ के प्रभाव के चलते भारी बारिश का दौर जारी रहेगा.
दिल्ली में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही, शहर वायु प्रदूषण में एक और मौसमी उछाल के लिए तैयार है. शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 199 रहा, जो 'खराब' श्रेणी से बस कुछ ही डिग्री कम है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर का न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.6 डिग्री कम है, जबकि अधिकतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3.9 डिग्री कम है. शाम 4 बजे, दिल्ली का AQI 199 के साथ 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज किया गया.
201 से 300 के बीच का AQI 'खराब' श्रेणी में आता है. आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में आखिरी बार जून में एक्यूआई 'खराब' दर्ज किया गया था. डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान रहा, जो कुल उत्सर्जन का 17.9 प्रतिशत है. सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.
इस बीच, सैटेलाइट से मिले आंकड़ों में शनिवार को पराली जलाने की घटनाओं का पता चला. पंजाब में 14, हरियाणा में एक और पड़ोसी उत्तर प्रदेश-एनसीआर क्षेत्र में 42 घटनाएं दर्ज की गईं. मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार को आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है, न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमशः 19 और 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
उत्तराखंड में पर्वतीय इलाकों में आंशिक बादल मंडराने के साथ ही धूप खिली रहेगी. वहीं बारिश का दौर थमने के बाद चार धाम यात्रा के लिए केदारनाथ और बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के आने के पिछले साल के रिकॉर्ड भी टूट गए हैं. यात्रा अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है, वही चारों धामों के कपाट बंद होने से पहले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. राज्य में बारिश थमने के बाद से तापमान बढ़ने लगा है. हालांकि सुबह और शाम की गुलाबी ठंड बरकरार है. मौसम फिलहाल साफ बना हुआ है और आगे भी इसी तरह साफ मौसम रहने की संभावना है.
दूसरी तरफ भारी बारिश और बाढ़ के बाद हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर जारी है. स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार कुल्लू और मंडी जिलों और लाहौल-स्पीति जिले के कई हिस्सों में ताजा बर्फबारी के बाद हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में शीतलहर की स्थिति जारी है. भारी बर्फबारी के चलते मनाली-लेह हाइवे ब्लाक है और लेह की ओर जाने वाले वाहनों को दारचा में रोक दिया गया. लाहौल-स्पीति में, गोंधला में 30 सेमी बर्फबारी हुई, इसके बाद केलोंग (15 सेमी), हंसा (5 सेमी) और कुकुमसेरी (3.2 सेमी) में बर्फबारी हुई.
इसी बीच, उत्तर-पश्चिम भारत में मॉनसून की वापसी के संकेत मिल रहे हैं. गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों से अगले दो-तीन दिनों में मॉनसून की वापसी की संभावना है. मॉनसून की विदाई रेखा इस समय वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी और शाहजहांपुर से होकर गुजर रही है. मध्य प्रदेश में मौसम सुहावना हो गया है. भोपाल में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से करीब तीन डिग्री कम 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राज्य के विदिशा, रायसेन, सीहोर और उज्जैन जिलों में गरज-चमक और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है.
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