कैसा रहेगा आज का मौसम?मौसम विभाग के अनुसार 16 और 17 दिसंबर को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है. इसी तरह पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में भी 16 और 17 दिसंबर को सुबह के समय घना कोहरा रह सकता है. हिमाचल प्रदेश में 16 से 18 दिसंबर तक और पूर्वोत्तर भारत में 16 से 20 दिसंबर तक कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है. इस कारण सड़क पर चलने वालों को सावधानी रखने की जरूरत है.
इन दिनों देश में मौसम बदलने की बड़ी वजह “पश्चिमी विक्षोभ” है. यह बादलों और ठंडी हवा का एक सिस्टम होता है, जो पाकिस्तान और आसपास के इलाकों से होकर भारत आता है. इसके कारण ठंड बढ़ती है, कोहरा पड़ता है और पहाड़ी इलाकों में बारिश या बर्फबारी होती है. 17 दिसंबर की रात से एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ भी पहाड़ों को प्रभावित कर सकता है.
15 दिसंबर और फिर 18 से 21 दिसंबर के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है. इससे ठंड और बढ़ सकती है. पहाड़ी रास्तों पर फिसलन हो सकती है, इसलिए लोगों को संभलकर चलने की सलाह दी गई है.
तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में 16 और 17 दिसंबर को कहीं-कहीं गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 15 से 18 दिसंबर के बीच तेज हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.
पिछले 24 घंटों में कई जगहों पर तापमान काफी कम रहा है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में कई जगह न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी ठंड बढ़ी है. पंजाब के बठिंडा में सबसे कम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों तक ठंड और बढ़ सकती है, इसके बाद तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा. गुजरात में अभी तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं होगा. महाराष्ट्र, मध्य और पूर्वी भारत में भी अगले कुछ दिनों तक मौसम लगभग ऐसा ही रहेगा.
घने कोहरे के कारण सुबह के समय गाड़ी चलाना खतरनाक हो सकता है. बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी हवा से बचाकर रखें. गर्म कपड़े पहनें और जरूरत न हो तो बहुत सुबह बाहर न निकलें.
मौसम विभाग ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि 15 से 20 दिसंबर के बीच बंगाल की खाड़ी, खासकर गल्फ ऑफ मन्नार और उसके आसपास के समुद्री इलाकों में न जाएं. समुद्र में मौसम खराब रह सकता है.
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