Weather News: कई राज्‍यों में 5 दिन से शीतलहर का प्रकोप, घने कोहरे ने भी बढ़ाई समस्‍या, जानें आज कैसा रहेगा मौसम

Weather News: कई राज्‍यों में 5 दिन से शीतलहर का प्रकोप, घने कोहरे ने भी बढ़ाई समस्‍या, जानें आज कैसा रहेगा मौसम

IMD Weahter Update: देशभर में सर्दी तेज हो गई है. IMD ने अपने पूर्वानुमान में कई राज्यों में 13 दिसंबर तक शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है. मध्य भारत, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र में पारा लगातार गिर रहा है. जानिए विभि‍न्न राज्‍यों में मौसम कैसा रहेगा.

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कई राज्‍यों में 5 दिन से शीतलहर का प्रकोप, घने कोहरे ने भी बढ़ाई समस्‍या, जानें आज कैसा रहेगा मौसमआज का मौसम अपडेट

देश के कई हिस्सों में दिसंबर की शुरुआत से ही ठंड तेजी से बढ़ रही है. कई राज्‍यों में शीतलहर का दायरा बढ़ गया है. इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि मध्य भारत, पूर्वी राज्यों और उत्तरी प्रायद्वीप के कई इलाकों में 13 दिसंबर तक शीतलहर का असर बना रहेगा. इसके साथ ही पूर्वोत्तर और उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में सुबह के समय घना कोहरा छाने से यात्रा और स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है. IMD ने अपने पूर्वानुमान में 15 दिसंबर तक असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति रहने की आशंका जताई है.

इन जगहों पर कोहरा छाए रहेने की संभावना

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 13 दिसंबर के बीच घना कोहरा छाने, साथ ही पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 13 से 15 दिसंबर के दौरान विजिबिल‍िटी काफी कम रहने की संभावना जताई है. बीते दिन कोहरे का सबसे ज्यादा असर उत्तर भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में देखने को मिला.

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सुबह विजिबिलिटी शून्‍य मीटर दर्ज की गई, जिससे पूरा क्षेत्र घने कोहरे की चादर में ढक गया. वहीं, बहराइच में विजिबिलिटी सिर्फ 25 मीटर रही, जबकि उत्तराखंड के पंतनगर, मेघालय के बरापानी और ओडिशा के राउरकेला में भी विजिबिलिटी 50 से 70 मीटर के बीच रही. इम्फाल में भी दृश्यता 100 मीटर से नीचे चली गई.

इन राज्‍यों में 5 दिन से शीतलहर का प्रकोप

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और उत्तर आंतरिक ओडिशा में अगले तीन दिनों तक शीतलहर जारी रहने का अनुमान है. बता दें कि मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और उत्तर आंतरिक ओडिशा में लगातार पांच दिनों से शीतलहर की स्थित‍ि बनी हुई है.

कहां-कितना घटेगा और बढ़ेगा तापमान?

IMD के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत में अगले दो दिनों तक तापमान में खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद इसमें 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है. मध्‍य भारत में भी दो दिनों तक मौसम स्थिर रहने के बाद तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की उम्मीद है. महाराष्ट्र में अगले तीन दिनों तक पारा और गिरेगा, इसके बाद इसमें धीरे-धीरे बढ़ोतरी आएगी. वहीं, गुजरात, पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में तापमान में अगले सात दिनों तक कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखेगा.

दिल्ली-NCR में बढ़ रही ठंड

मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में दिन के तापमान में हल्की कमी और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन सुबह और रात की ठंड लगातार बढ़ रही है. आज दिल्ली में सुबह हल्का कोहरा रहेगा और न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. वहीं, 12 और 13 दिसंबर को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं और सुबह के समय हल्की धुंध बने रहने की संभावना है. इन दोनों दिनों में अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री और न्यूनतम 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.

हिमालय में बर्फबारी, दक्षिण में तेज बारिश के आसार

मौसम विभाग ने कहा है कि 13 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश या बर्फबारी शुरू हो सकती है. दक्षिण भारत में भी मौसम सक्रिय रहेगा. तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में आज कुछ स्थानों पर भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं का अलर्ट जारी है.

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 14 दिसंबर तक तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. समुद्री परिस्थितियों को देखते हुए IMD ने 15 दिसंबर तक मछुआरों को अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में समुद्र में न जाने की सलाह दी है.

खेती-किसानी पर मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग के डिवीजन एग्रोमेट की ओर से शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए किसानों को रात में फसलों की हल्की सिंचाई करने की सलाह दी गई है, ताकि फसलें कम तापमान की मार से बच सकें. सब्जी नर्सरी, पत्तेदार पौधों और छोटे पेड़ों को पॉलिथीन या भूसे से ढकना उपयोगी रहेगा.

वहीं, पशुपालकों को मवेशियों को रात में शेड में रखने, उन्हें सूखा और गर्म बिछावन देने और चूजों के लिए पोल्ट्री शेड में अतिरिक्त गर्माहट का इंतजाम करने की सलाह दी गई है.

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