Japanese Miyazaki Mango Farming in UP: इन दिनों कुछ किसान एग्जॉटिक फल की खेती भी जोर दे रहे है. इसी कड़ी में मेरठ के शाहजहांपुर में प्रगतिशील किसान आमिर उल्लाह खान ने पहली बार उत्तर प्रदेश में जापान की प्रसिद्ध मियाजाकी वैरायटी की बागवानी की है. जिसे हम जापानी आम के नाम से भी जाना जाता है. इंडिया टुडे के डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान तक से बातचीत में किसान आमिर उल्लाह खान ने बताया कि एक साल पहले 'New Green India Nursery' के माध्यम से जापान के प्रसिद्ध मियाजाकी को मंगवाया था. अभी पौधा छोटा और बोर निकलना शुरु हो चुका है. सबसे खास बात हैं कि जब आमों का सीजन खत्म होगा, तब इस मियाजाकी आम की पैदावार शुरू होगी. वहीं अगस्त के बाद पेड़ में आम आना शुरू हो जाएगा. मियाजाकी आम की ख़ास बात ये है कि जापान में इसका उत्पादन ग्रीन हाउस में होता है.
उन्होंने बताया कि इसका टेस्ट भी काफी बेहतर होता है. वहीं स्वास्थ्य के लिए भी इसे अच्छा माना जाता है. दुनिया भर में इस वैरायटी का आम अपने अनोखे स्वाद और औषधीय गुणों के लिए काफी पसंद किया जाता है. हालांकि, उत्पादन में कम होने के वजह से इसकी कीमत लाखों में हैं.
शाहजहांपुर में किसान आमिर उल्लाह खान बताते हैं कि एक अनुमान के मुताबिक एक किलो मियाजाकी आम की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 2.5 से 3 लाख रुपये होती है. ऐसे में अगर आने वाले समय में किसान इस आम की फसल की तरफ भी तेजी से बढ़ते हैं. तो उनकी आय में काफी वृद्धि देखने को मिलेगी. क्योंकि इस आम की विदेश में काफी मात्रा में डिमांड देखने को मिलती है. जापान में बड़ी मात्रा में किसानों द्वारा इस आम को उगाया जाता है. जो कि विश्व भर में सप्लाई होता है. आमिर उल्लाह खान को एग्जॉटिक फलों को उगाने का काफी शौक है. वह कई तरह के एक्सॉटिक फलों और सब्जियों को उगने का प्रयास करते रहते हैं.
अगर इसके वजन की बात करें तो 3.5 ग्राम से लेकर एक किलो तक पहुंच जाता है. यह जापानी आम देखने में बहुत ही खूबसूरत होता हैं. इसलिए इसे 'Earth of son' भी कहा गया है. आमिर उल्लाह ने आगे बताया कि भारत में यह आम जापान से Import हो कर आया है. सबसे पहले इसे हैदराबाद के एक किसान द्वारा लगाया गया था. फिर बंगाल और महाराष्ट्र में किसानों द्वारा बागवानी शुरू की गई. उन्होंने बताया कि जापान के मियाजाकी शहर की उपज होने के कारण इसे मियाजाकी आम कहते हैं. ये दुनिया का सबसे मंहगा आम है, जिसकी बनावट अनोखी और रंग गहरा लाल या जामुनी होता है. इस आम का साइज बड़ा होता है.
किसान आमिर उल्लाह ने आगे बताया कि मियाजाकी आम की खेती के लिए अच्छी बारिश के साथ-साथ तेज धूप और उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है. इसकी फलत अप्रैल से अगस्त के महीने में होती है. मियाजाकी आम में एंटी ऑक्सीडेंट्स के साथ ही बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे खास गुण मौजूद होते हैं. इसमें सिर्फ 15% शुगर होता है, जिस कारण मियाजाकी आम डायबिटीज और कैंसर के मरीजों के शौक भी पूरे कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि भारत के कई किसानों ने मियाजाकी आम की खेती शुरू की है और इससे अच्छी कमाई कर रहे हैं. बता दें कि शाहजहांपुर में प्रगतिशील किसान आमिर उल्लाह खान का परिवार कई सालों से आम की अलग-अलग वैरायटी की बागवानी करता आ रहा है.
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