राजस्थान के भरतपुर में रूपवास कस्बे के एक छोटे-से गांव बुराना में किसानों का पलायन रुकने की कहानी बेहद ही रोचक है. यह पलायन रुका है मिर्च की खेती से. दरअसल, इस बुराना गांव में पहले पारपंरिक रूप से गेहूं-सरसों की खेती हुआ करती थी, जिससे किसानों को काफी कम मुनाफा मिलता था और बचत कम होती थी. ऐसे में गांव के किसान परिवार खेती-बाड़ी छोड़कर मजदूरी कर जीवनयापन करने के लिए शहरों की ओर पलायन करने लगे. लेकिन आज से करीब 10 साल पहले एक किसान का उठाया कदम इस गांव के लिए वरदान साबित हुआ और गांव से लोगों का पलायन रुक गया. अब पूरा गांव सीजन के दौरान 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की मिर्च उगाता है.
'दैनिक भास्कर' की रिपोर्ट के मुताबिक, एक किसान ने 10 साल पहले गांव में मिर्च की खेती की तो प्रति बीघा तगड़ा मुनाफा हुआ. यह बात गांव के अन्य किसानों को पता चली तो उन्होंने भी इसमें रुचि ली. अब गांव के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान मिर्ची की खेती करते हैं और लगभग सभी मिर्च किसान लखपति हैं. मिर्च से प्रति बीघा करीब एक से डेढ़ लाख रुपये की कमाई हो रही है और मुनाफा 60 हजार रुपये तक निकल रहा है. आज बुराना गांव की मिर्च की मांग जयपुर, आगरा और दिल्ली जैसे शहरों में है.
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बुराना के किसान छोटी ईगल मिर्च की खेती करते हैं. यह मिर्च स्वाद में बेहद तीखी होती है. इस समय किसान मिर्च की तुड़ाई में व्यस्त हैं. किसानों का कहना है कि इस बार पिछले साल की तुलना में पैदावार बढ़ी है. कुछ साल पहले तक सरसों-गेहूं की खेती करने वाले युवा किसान वीरम सिंह कुशवाह ने कहा कि 2024 में उन्होंने अपने 3 बीघा खेत में छोटी ईगल मिर्च लगाई है.
पहले वह गेहूं और सरसों की खेती करते थे, जिससे ज्यादा मुनाफा नहीं होता था. वीरम ने कहा कि अब वह कुछ सालों से हरी मिर्च की खेती से प्रति बीघा एक से डेढ़ लाख रुपये मुनाफा कमा रहे हैं. उन्होंने कभी इतने मुनाफे के बारे में नहीं सोचा था.
बुराना एक अन्य किसान मोहन सिंह ने बताया गांव में आज भी कई किसान सरसों और गेहूं की खेती करते हैं, लेकिन, ज्यादातर किसानों का फोकस मिर्च की खेती पर ही रहता है. मोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने प्रति बीघा मिर्च की खेती से 50 से 60 हजार रुपये तक मुनाफा कमाया है. गांव में लगभग सभी किसान ईगल किस्म की छोटी मिर्च की खेती करते हैं. यहां की जलवायु के हिसाब से यह किस्म उपयुक्त है.
वे पूरे सीजन में करीब 5 बार मिर्च की तुड़ाई लेते हैं. यह किस्म 30-35 डिग्री सेल्सियस तापमान में अच्छी पैदावार देती है. मोहन सिंह ने बताया कि लगभग 50 दिन में पौधे से मिर्च की पैदावार मिलना शुरू हो जाती है, जो 9 महीने तक लगातार जारी रहती है. एक पौधे से लगभग 12 किलो मिर्च की पैदावार मिलती है. ये वाला सीजन सितंबर-अक्टूबर-नवंबर तक चलेगा.
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