
Ghazipur Apple Farmer: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का सेब भी बाजारों में दिखेगा. ऐसा मुमकिन किया है गाजीपुर के एक किसान सुनील कुशवाहा ने, जो 45 डिग्री के तापमान में पैदा होने वाले सेब की नई प्रजाति की खेती करके कमाल कर दिया है. इससे आज उन्हें मोटी आमदनी हो रही है. इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में किसान सुनील ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन साल 2021-22 के दौरान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की यात्रा के दौरान मुझे 45 डिग्री के तापमान में पैदा होने वाले सेब की तीन वैरायटी के बारे में जानकारी मिली. हम वहां से 270 पौधे लेकर गाजीपुर आए थे. जिसमें हरीमन 99, डासिक गोल्डन और अन्ना की बागवानी 10 बिस्वे जमीन पर की थी. लेकिन वर्तमान में 220 में फल आए है.
इस साल सेब की बंपर पैदावार हुई है, अब तक कुल 6 कुंटल सेब की पैदावार हो चुकी है. उन्होंने बताया कि 200 रुपये प्रति किलो के रेट से सारा सेब बिक गया है. अभी मार्केट में इस सेब की डिमांड बहुत ज्यादा हैं. इस बार उन्हें इन सेब को बेचकर अच्छी कमाई हुई है. सुनील बताते हैं कि सारा खर्चा निकाने के बाद 1.5 लाख रुपये की बचत हो जाती है. लेकिन अब सेब की बड़े पैमाने पर बागवानी करेंगे. वहीं उधान विभाग की तरफ से मदद मिल रही है.
उन्होंने बताया कि हिमाचल से लाए गए यह सेब के पौधे गर्मी के दिनों में ही फल देते हैं. सेब के 220 पौधों को सुनील ने 10 x10 फुट के क्षेत्रफल में लगाया है. किसान सुनील कुशवाहा ने बताया कि यह व्यवसायिक दृष्टि से उन्होंने सेब के खास किस्म के पौधे लगाए हैं. वह अपने जिले के किसानों को यह संदेश देना चाहते हैं कि गेहूं और धान की फसल के बाद वह ऐसी खेती करें, जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा हो.
सफल किसान सुनील ने बताया कि उन्होंने बीटेक की पढ़ाई की हुई है, लेकिन ऑर्गेनिक खेती में वह हमेशा से अपना करियर बनाना चाहते थे. इसी को देखते हुए उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र गाजीपुर से ऑर्गेनिक खेती में ट्रेनिंग ली. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के रहने वाले सुभाष पालेकर के सानिध्य में भी उन्होंने ऑर्गेनिक खेती के गुण सीखें. सुभाष पालेकर को ऑर्गेनिक खेती में विशिष्ट सेवा के लिए और पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.
सुनील ने बताया कि अब तक वह सब की खेती को एक प्रयोग के तौर पर कर रहे थे. लेकिन, अब वह इस सेब की खेती को विस्तार देंगे. गाजीपुर में गर्मियों में तापमान 45 डिग्री तक चला जाता है. हरमन 99 नस्ल की सेब को उगने के लिए यह एक अच्छा मौसम है. जब वह सेब की खेती करने की योजना अपने जानने वालों से साझा किए तो लोगों ने इस निर्णय को आर्थिक दृष्टि से अव्यावहारिक बताया. वहीं अब दूर-दूर से लोगों सेब की फसल को देखने और इसके बारे में जानने आते हैं. इनके फार्म पर जिलाधिकारी, सीडीओ, उद्यान अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक दौरा कर चुके हैं.
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