पहले के जमाने में जमींदार होते थे जिनके पास खूब खेत होते थे और ढेर सारा अनाज पैदाकर वे रईस लोगों में गिने जाते थे. आज के जमाने में लोग खेती-बाड़ी से मोह छोड़ नौकरी और व्यापार की ओर बढ़ रहे हैं और खेती को उतना महत्व नहीं दे रहे हैं. इसका कारण है किसान की कमजोर आर्थिक स्थिति. दशकों से खेती करने वाले किसान आज भी अपने हालात नहीं बदल पाए हैं, लेकिन जो किसान समय के साथ कदम मिलाकर चल रहे हैं वो खेती से अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. सफलता की कहानियों में आज बात करेंगे हरियाणा के एक किसान बिट्टू की जो आधुनिक खेती अपनाकर तगड़ी कमाई कर रहे हैं. आइए जानते हैं कैसे?
हरियाणा के कैथल जिले में एक प्यारा सा गांव है जिसका नाम रेहेड़िया है. प्राकृतिक खूबसूरती से भरा ये गांव खेती के क्षेत्र में भी काफी समृद्ध है. यहां रहने वाले किसान बिट्टू जागलान ने किसानतक से खास बातचीत करते हुए बताया कि उनकी खेती 20 एकड़ में फैली है जिससे वे 01 लाख रुपये प्रति एकड़ की कमाई करते हैं लेकिन ये ओपन फील्ड की कमाई है, उनकी असली कमाई मात्र एक एकड़ खेत से होती है जहां से वे 10 लाख रुपये की कमाई करते हैं. आइए जानें कैसे?
बिट्टू ने बताया कि वे कैथल से ही ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद साल 2018-19 में खेती से जुड़े. शुरुआत में उन्हें उससे अधिक फायदा नहीं मिला फिर उन्होंने कुछ किसानों को देखा जो आधुनिक खेती करते थे. वहां उन्होंने किसानों से बातचीत की और अपने खेत के एक एकड़ हिस्से में पॉलीहाउस बनवाया.
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बिट्टू ने बताया कि एक एकड़ के खेत में नेटहाउस बनवाया जिसमें करीब 25 लाख रुपये का खर्च आया था. इसके लिए उन्होंने कृषि अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें करीब 60-65 फीसदी की सब्सिडी दी गई. इस सरकारी मदद के बाद बिट्टू ने खेती से तगड़ी कमाई कर ली.
बिट्टू जागलान ने बताया कि वे आमतौर पर खीरे की खेती करते हैं. नेटहाउस के भीतर 12 महीने खीरे उगाए जा सकते हैं. नेट हाउस के भीतर उगाए गए खीरे के पौधे मात्र 45-50 दिनों में ही फल देना शुरू कर देते हैं. इसके अलावा वे कद्दू की खेती भी करते हैं. बिट्टू मौसम के अनुकूल सभी सब्जियों की खेती करते हैं, कुल मिलाकर मात्र 1 एकड़ नेट हाउस वाले खेत से 10 लाख की कमाई होती है जिसमें 3-4 लाख रुपये खर्च काट दिया जाए तो 06 लाख रुपये की बचत हो जाती है.
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